महाराष्ट्र: सरकार पर सस्पेंस जारी, संजय राउत ने कहा- 'ये बीजेपी का अहंकार, महाराष्ट्र के लोगों का वो अपमान कर रही है'
By विनीत कुमार | Published: November 11, 2019 10:31 AM2019-11-11T10:31:52+5:302019-11-11T10:33:54+5:30
संजय राउत ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, बीजेपी के मुख्यमंत्री पद साझा ना करने के अहंकार के कारण मौजूदा स्थिति उत्पन्न हुई। बीजेपी '50:50' का फॉर्मूला नहीं अपनाकर जनादेश का अपमान कर रही है।'
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना ने बीजेपी पर जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में आज भी राजनीतिक परिस्थिति पैदा हुई है, वह बीजेपी के अहंकार और सीएम पद साझा नहीं करने के इनकार के कारण है।
संजय राउत ने मुंबई में सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, बीजेपी के मुख्यमंत्री पद साझा ना करने के अहंकार के कारण मौजूदा स्थिति उत्पन्न हुई। बीजेपी '50:50' का फॉर्मूला नहीं अपनाकर जनादेश का अपमान कर रही है।'
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार संजय राउत ने पत्रकारों के सामने कहा, 'ये बीजेपी का अहंकार है कि वे महाराष्ट्र में सरकार बनाने से मना कर रहे हैं। ये महाराष्ट्र के लोगों का अपमान है। वे विपक्ष में बैठने को तैयार हैं लेकिन 50-50 फॉर्मूले को मानने से इनकार कर रही है, जो उन्होंने चुनाव से पहले वादा किया था।'
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ओर से शिवसेना को सरकार बनाने को लेकर मिले न्योते पर संजय राउत ने कहा, 'ये अच्छा होता अगर राज्यपाल ने हमें थोड़ा समय और दिया होता। बीजेपी को 72 घंटे का समय मिला, हमें कम समय मिला। ये बीजेपी की राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की रणनीति है।'
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना के एनसीपी के साथ सरकार बनाने की अटकलों के बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में शिवसेना के मंत्री अरविंद सावंत ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। माना जा रहा कि एनसीपी की ओर से रखी गई शर्त के बाद शिवसेना की ओर से ये कदम उठाया गया है। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि शिवसेना विधायक आज राज्यपाल से मिल सकते हैं।
एनसीपी ने प्रस्ताव रखा था कि अगर शिवसेना को सरकार बनाने के लिए एनसीपी के साथ आना है तो सबसे पहले केंद्र के मोदी सरकार से नाता तोड़ना होगा। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना के पास 56 विधायक हैं जबकि सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी के पास 105 विधायक हैं। किसी भी पार्टी को महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कम से कम 145 विधायकों की जरूरत है।
ऐसे में अगर एनसीपी और कांग्रेस का साथ मिलता है शिनसेना सरकार बना सकती है। कांग्रेस (44 विधायक) और एनसीपी (54 विधायक) के कुल 98 विधायक हैं। शिवसेना अगर विपक्षी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाती है, तब भी उसके पास कुल 154 विधायक होंगे जो सामान्य बहुमत से ज्यादा है।