महाराष्ट्र में भाजपा करेगी 'खेला'? MLC चुनाव के बाद एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 10 से ज्यादा विधायकों के गुजरात पहुंचने की खबर
By विनीत कुमार | Published: June 21, 2022 09:26 AM2022-06-21T09:26:54+5:302022-06-21T09:47:11+5:30
महाराष्ट्र में शिवसेना के लिए परेशानी बढ़ सकती है। एमएलसी चुनाव के नतीजों के बाद पार्टी के 13 विधायकों के गुजरात पहुंचने की खबर है। बताया जा रहा है कि इसमें एकनाथ शिंदे भी शामिल हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन को बड़ा झटका देने के बाद भाजपा क्या कोई बड़ा उलटफेर करने की तैयारी में है? इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, कल हुए एमएलसी चुनाव के बाद से शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे सहित 10-12 विधायकों के पार्टी के 'पहुंच से बाहर' होने की खबरें हैं। ऐसी अटकलें हैं कि शिवसेना के भीतर सबकुछ ठीक नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शिवसेना के ये विधायक बिना किसी को कुछ बताए गुजरारत पहुंच गए हैं। कहा ये जा रहा है कि ये विधायक सूरत में डेरा डाले हुए हैं और शिंदे भाजपा से संपर्क में हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हो सकी है।
इससे पहले सोमवार को पर्याप्त वोटों की कमी के बावजूद भाजपा ने 10 में से 5 सीटें जीतकर चौंका दिया था। माना जा रहा है कि शिवसेना के कुछ विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग की वजह से ऐसा हुआ। वहीं, सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के तीन विधायकों के भी क्रॉस वोटिंग करने की खबर है।
स्थानीय मीडिया चैनलों की रिपोर्टों के अनुसार एमएलसी चुनाव के नतीजे आने के बाद सोमवार रात शिवसेना विधायक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास में मिले थे। हालांकि इस बैठक से एकनाथ शिंदे और 13 अन्य विधायक गायब थे। इसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म हो गया।
एमएलसी चुनाव के नतीजों के बाद देवेंद्र फड़नवीस का भी बयान सामने आया था। उन्होंने कहा कि विधान परिषद चुनाव में भाजपा को पांच सीटों पर मिली विजय से महा विकास अघाडी (एमवीए) सरकार के खिलाफ सत्ताधारी विधायकों के बीच अस्थिरता का संकेत मिलता है। फडणवीस ने कहा कि सभी निर्दलीय और छोटे दलों के विधायकों के समर्थन से भाजपा की विजय सुनिश्चित हुई।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के 106 विधायक हैं। कल विधान परिषद की 10 रिक्त सीट के लिए मतदान हुआ था। कुल मिलाकर 11 उम्मीदवार, भाजपा के पांच और शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के दो-दो उम्मीदवार मैदान में थे। इसमें भाजपा अपने सभी उम्मीदवारों को जीत दिलाने में सफल रही।