महाराष्ट्र राज्यसभा उपचुनावः कांग्रेस से रजनी पाटिल और भाजपा से संजय उपाध्याय होंगे प्रत्याशी, जानें मामला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 21, 2021 02:57 PM2021-09-21T14:57:24+5:302021-09-21T18:58:17+5:30
Maharashtra Rajya Sabha by-election: रजनी पाटिल मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस की प्रभारी हैं। वह 2013-18 के बीच राज्यसभा की सदस्य रह चुकी हैं।
मुंबईः कांग्रेस ने महाराष्ट्र से राज्यसभा की एक सीट पर उपचुनाव के लिए रजनी पाटिल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चार अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए पार्टी की मुंबई इकाई के महासचिव संजय उपाध्याय के नाम की घोषणा की है।
कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रजनी पाटिल की उम्मीदवारी को स्वीकृति प्रदान की। राजीव सातव के निधन के कारण यह उपचुनाव कराया जा रहा है।
कांग्रेस ने कहा कि पाटिल शिवसेना के नेतृत्व वाले महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की उम्मीदवार हैं, जिसमें कांग्रेस एक घटक है। सातव का निधन इसी साल 16 मई को हुआ था। उनका कार्यकाल दो अप्रैल 2026 को समाप्त होने वाला था। उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 22 सितंबर है।
नामांकन पत्रों की जांच 23 सितंबर को होगी और नामांकन पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख 27 सितंबर है। मतदान चार अक्टूबर को होगा और उसी दिन वोटों की गिनती होगी। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के सदस्य मतदान करेंगे।
पाटिल (63) इससे पहले 2013 में राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुनी गई थीं। पाटिल ने 1996 में बीड लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने 1990 के दशक में जिला परिषद के लिए निर्वाचित होकर चुनावी राजनीति में अपना करियर शुरू किया।
यह उपचुनाव चार अक्टूबर को तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम, पुडुचेरी और मध्य प्रदेश से राज्यसभा की छह अन्य सीटों के साथ होगा। निर्वाचन आयोग ने इस महीने की शुरुआत में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा था कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 संबंधी सभी व्यापक दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा।
सोनोवाल ने असम से दाखिल किया राज्यसभा का नामांकन, निर्विरोध चुने जाने की संभावना
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को असम की राज्यसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और उनका निर्विरोध चुना जाना लगभग तय है क्योंकि विपक्ष ने उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। केंद्रीय जहाजरानी मंत्री ने असम विधानसभा में निर्वाचान अधिकारी दुलाल पेगू के समक्ष अपना पर्चा दाखिल किया।
पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा, अगप और यूपीपीएल वाले राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन के सर्वसम्मत उम्मीदवार हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, अगप नेता एवं कृषि मंत्री अतुल बोरा, यूपीपीएल नेता एवं हथकरघा और कपड़ा मंत्री यू जी ब्रह्मा, बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के प्रमुख प्रमोद बोडो, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भाबेश कलिता, और कैबिनेट मंत्री और भाजपा के कई अन्य नेता उनके साथ थे।
असम विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद बिस्वजीत दैमारी के उच्च सदन से इस्तीफा देने के बाद राज्यसभा की यह सीट खाली हुई है। वह वर्तमान में राज्य विधानसभा के अध्यक्ष हैं। सोनोवाल इस साल मई में लगातार दूसरी बार माजुली से विधानसभा के लिए चुने गए थे। 59 वर्षीय भाजपा नेता को जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 22 सितंबर है, जबकि 23 सितंबर को पर्चा की जांच की जाएगी और नतीजे चार अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। सोनोवाल की जीत निश्चित लग रही है क्योंकि विपक्षी दलों ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। सोनोवाल ने उन्हें सेवा का अवसर देने के लिए असम के लोगों का आभार व्यक्त किया और सभी का आशीर्वाद मांगा। उन्होंने प्रधानमंत्री और माजुली के लोगों को भी धन्यवाद दिया।