फोन टैपिंग पर चढ़ा महाराष्ट्र का राजनीतिक पारा, देशमुख बोले- इजराइल भेजकर सॉफ्टवेयर मंगाया गया, फड़नवीस ने नकारा

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 25, 2020 08:16 AM2020-01-25T08:16:26+5:302020-01-25T08:16:26+5:30

गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गत वर्ष लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान फोन टैप कराने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को इस मामले की जांच के आदेश दे दिए.

Maharashtra Political temperature high on phone tapping, Deshmukh alleged, Fadnavis denied | फोन टैपिंग पर चढ़ा महाराष्ट्र का राजनीतिक पारा, देशमुख बोले- इजराइल भेजकर सॉफ्टवेयर मंगाया गया, फड़नवीस ने नकारा

फोन टैपिंग पर चढ़ा महाराष्ट्र का राजनीतिक पारा, देशमुख बोले- इजराइल भेजकर सॉफ्टवेयर मंगाया गया, फड़नवीस ने नकारा

Highlightsआरोप हैं कि तत्कालीन सरकार ने कुछ अधिकारियों को इजराइल भेजकर फोन टैप कराने का सॉफ्टवेयर मंगाया था. देवेंद्र फड़नवीस ने देशमुख के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था.

राज्य की पूर्ववर्ती फड़नवीस सरकार पर कांग्रेस-एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं के फोन टैप कराने के आरोपों के बीच राजनीतिक पारा गर्म हो गया है. गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गत वर्ष लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान फोन टैप कराने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को इस मामले की जांच के आदेश दे दिए. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे भी आरोप हैं कि तत्कालीन सरकार ने कुछ अधिकारियों को इजराइल भेजकर फोन टैप कराने का सॉफ्टवेयर मंगाया था. 

हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने देशमुख के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था. ठाकरे इस मामले की जांच कराने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है. 

भंडारा जिले में मीडिया से बात करते हुए अनिल देशमुख ने कहा, ''चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने यह पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि एनसीपी और कांग्रेस नेता किससे और क्या बातें करते हैं.'' हालांकि उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि किन नेताओं के फोन टैप कराए गए थे. 

गौरतलब है कि यह मामला गुरुवार को उस वक्त सुर्खियों में आया जब अनिल देशमुख ने तत्कालीन फड़नवीस सरकार पर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं के फोन टैप कराने का सनसनीखेज आरोप लगाया. पिछले साल एक इजराइली फर्म पर भारतीय नेताओं, कार्यकर्ताओं, वकीलों और पत्रकारों के फोन टैप करने के आरोप लगे थे. तब इस मुद्दे को कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर उठाया था.

पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा था कि फड़नवीस सरकार ने विपक्षी नेताओं के फोन टैप करवाए हैं. उन्होंने मामले में अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे.

एनसीपी नेता और आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड़ ने कहा है कि फोन टैपिंग प्रकरण से भाजपा की मानसिकता का पता चलता है. मैंने केवल आरोप लगाए हैं. आप किसी के निजी जीवन में क्यों झांकना चाहते हैं? हमारे बीच राजनीतिक और विचारधारा को लेकर मतभेद हैं लेकिन व्यक्तिगत कुछ भी नहीं है. राज्य के लोगों को जानना चाहिए कि इसके पीछे कौन है?'' आव्हाड़ ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वे फोन टैपिंग और जासूसी के मुद्दे को विधानसभा में कई बार उठा चुके हैं. 

देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि पूरा देश आरोप लगाने वालों की विश्वसनीयता से परिचित है. राज्य सरकार किसी भी विधि से आरोपों की जांच कराने के लिए स्वतंत्र है. मेरा अनुरोध है कि तुरंत जांच करवाकर रिपोर्ट जनता के सामने रखनी चाहिए. इसके लिए इजराइल जाने की आवश्यकता हो तो वह भी करना चाहिए. 

शिवसेना सांसद संजय राऊत ने शुक्रवार को आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के एक नेता ने उन्हें बताया है कि फड़नवीस सरकार ने उनका फोन भी टैप करवाया था. यहां संवाददाताओं से उन्होंने कहा, ''भाजपा के एक नेता ने मुझे बताया कि मेरे फोन को टैप किया जा रहा था. मेरा कहना है कि मैं क्या कह रहा हूं अगर यह कोई सुनना चाहता है तो मैं इसका स्वागत करता हूं. मैं बालासाहब का चेला हूं, जो करता हूं खुलेआम करता हूं.'' भाजपा पर तंज कसते हुए राऊत ने यह भी कहा कि फोन टैप करवाने के बावजूद महाराष्ट्र में सरकार तो हमने ही बनाई.

Web Title: Maharashtra Political temperature high on phone tapping, Deshmukh alleged, Fadnavis denied

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