शिवसेना दाऊद से संबंध रखनेवालों को समर्थन कैसे कर सकती है, बोले शिंदे- बालासाहेब के विचारों की रक्षा के लिए मरना भी पड़े तो...
By भाषा | Published: June 27, 2022 06:57 AM2022-06-27T06:57:50+5:302022-06-27T11:31:00+5:30
एकनाथ शिंदे ने देर रात एक ट्वीट में कहा कि इस तरह के समर्थन के विरोध में उनके और अन्य विधायकों द्वारा विद्रोह का झंडा उठाया गया है और उन्हें बाल ठाकरे की शिवसेना को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं है।
मुंबईः शिवसेना के असंतुष्ट नेता एकनाथ शिंदे ने रविवार को पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए आश्चर्य जताया कि बाल ठाकरे की पार्टी उस दाऊद इब्राहिम के साथ सीधे संबंध रखने वाले लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है, जो कई बम विस्फोट करके निर्दोष मुंबईकरों को मारने के लिए जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के समर्थन के विरोध में उनके और अन्य विधायकों द्वारा विद्रोह का झंडा उठाया गया है और उन्हें बाल ठाकरे की शिवसेना को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं है। शिंदे द्वारा रविवार की रात किएगये ट्वीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक के स्पष्ट संदर्भ में हैं, जो कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदारों से जुड़े धनशोधन मामले में जेल में हैं।
मुंबई बाँबस्फोट घडवून निष्पाप मुंबईकरांचा जीव घेणाऱ्या दाऊदशी थेट संबंध असणाऱ्यांना हिंदुहृदयसम्राट वंदनीय बाळासाहेब ठाकरे यांची शिवसेना समर्थन कशी करू शकते…?
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 26, 2022
यालाच विरोध म्हणून उचललेलं हे पाऊल; आम्हा सर्वांना मृत्यूच्या दारात घेऊन गेले तरी बेहत्तर..#MiShivsainik@rautsanjay61
शिंदे ने ट्वीट किया, ‘‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना उन लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है जिनका दाऊद से सीधा संबंध है, जिसने मुंबई बम धमाकों को अंजाम देकर निर्दोष मुंबईकरों को मार डाला? इसका विरोध करने के लिए हम यह कदम उठा रहे हैं।
यदि यह कदम हमें मौत के कगार पर भी ले जाता है, तो हमें इसकी परवाह नहीं है।’’ एक अन्य ट्वीट में, शिवसेना के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर वे शिवसेना और बाल ठाकरे की विचारधारा को बचाते हुए मर जाते हैं तो वे खुद को भाग्यशाली मानेंगे।