Maharashtra ki khabar: बरसात में दोहरी चुनौती से जूझेगी एनडीआरएफ, एसओपी तैयार, जवानों को किट भी वितरित किए गए
By वसीम क़ुरैशी | Published: June 8, 2020 07:31 PM2020-06-08T19:31:58+5:302020-06-08T19:31:58+5:30
मुंबई व पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भी उसे कोविड-19 महामारी के अलावा मुसीबत में फंसे लोगों की जान बचाने के लिए काम करना पड़ा और इस बारिश में विदर्भ के किसी भी हिस्से में जरूरत पर जवान तैयार हैं.
नागपुरः हाल ही में पश्चिम बंगाल में आए तूफान अम्फान और इसके बाद मुंबई व आसपास आए निसर्ग तूफान में राहत व बचाव कार्य पूरा कर वापस आने के बाद नागपुरएनडीआरएफ की टीम फिर अगली चुनौती के लिए तैयार हो गई है.
मुंबई व पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भी उसे कोविड-19 महामारी के अलावा मुसीबत में फंसे लोगों की जान बचाने के लिए काम करना पड़ा और इस बारिश में विदर्भ के किसी भी हिस्से में जरूरत पर जवान तैयार हैं. कोविड-19 के मद्देनजर इस बार बारिश की वजह से कहीं दिक्कत होने पर जवान खुद की सुरक्षा का भी ख्याल रखेंगे.
इसके लिए उन्हें खास पीपीई किट मुहैया कराई गई है. इस संबंध में नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के डायरेक्टर मनीष रंजन ने बताया कि एनडीआरएफ जवानों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोग्राम (एसओपी) तैयार कर दिया गया है. उनका ट्रेनिंग सेशन भी पूरा हो गया है.
बाढ़, भूस्खलन, तूफान सहित विभिन्न प्रकार की आपदाओं में राहत व बचाव कार्य के लिए उन्हें पूर्ण प्रशिक्षण दिया जा चुका है. अचानक निर्मित होने वाली विपरीत परिस्थितियों से वे कैसे निपटेंगे, इस संबंध में उनकी दक्षता की जांच भी कर ली गई है. किसी भी आपदा के दौरान घटनास्थल पर कार्य के लिए 35 जवानों की ऑपरेटिंग टीम सभी संसाधनों के साथ लैस और तैयार है.