कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा- महाराष्ट्र में सरकार बनाना शिवसेना के बिना असंभव, लेकिन पार्टी के लिए है घातक
By रामदीप मिश्रा | Published: November 10, 2019 04:47 PM2019-11-10T16:47:28+5:302019-11-10T16:47:28+5:30
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर हुए चुनावों में 105 सीटें जीतते हुए बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। देवेंद्र फड़नवीस को 31 अक्टूबर को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया था।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी खींचतान के बीच रविवार (10 नवंबर) कांग्रेस के दिग्गज नेता संजय निरुपम ने शिवसेना के ऊपर निशाना साधा है और सरकार बनाने के लिए शिवसेना के समर्थन को कांग्रेस के लिए घातक बताया है। बता दें, राज्य में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा की गई थी, जिसके बाद से लगातार सरकार के गठन को लेकर गतिरोध बना हुआ है।
समाचार एजेंसी एएनआई कि रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस ने संजय निरुपम ने कहा, 'महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी सरकार केवल एक कल्पना है। अगर हम उस कल्पना को वास्तविकता में बदलना चाहते हैं, तो शिवसेना के समर्थन के बिना यह संभव नहीं होगा और यदि हम शिवसेना का समर्थन लेते हैं, तो यह कांग्रेस के लिए घातक होगा।'
Sanjay Nirupam, Congress on Maharashtra govt formation: Congress-NCP govt in Maharashtra is only an imagination. If we want to convert that imagination into reality, it won't be possible without Shiv Sena's support & if we take Shiv Sena's support, it will be fatal for Congress. pic.twitter.com/HrJhrv5JCY
— ANI (@ANI) November 10, 2019
इससे पहले कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को राज्य के दूसरे सबसे बड़े गठबंधन को सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए क्योंकि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने ऐसा करने से मना कर दिया है। साथ ही साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात कर राज्य की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की।
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर हुए चुनावों में 105 सीटें जीतते हुए बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। देवेंद्र फड़नवीस को 31 अक्टूबर को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया था। वहीं, राज्य के चुनाव में शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। इसके अलावा राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं। प्रदेश की 288 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिये 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच खींचतान जारी है। शिवसेना इस पद के लिए 50:50 का फार्मूला चाहती है, लेकिन भाजपा इस पर तैयार नहीं है।