कोविड-19 जंग में पीएम केयर्स फंड से महाराष्ट्र को मिली सबसे ज्यादा 181 करोड़ रुपए की धनराशि
By एसके गुप्ता | Published: June 23, 2020 08:49 PM2020-06-23T20:49:10+5:302020-06-23T20:49:10+5:30
केंद्र की ओर से प्रवासी कामगारों के कल्याण के लिए राज्यों व संघ शासित प्रदेशों को एक हजार करोड़ रुपए की धनराशि का आवंटन किया गया है। यह सहायता राशि प्रवासी कामगारों को आश्रय, खाना, चिकित्सा उपचार और परिवहन व्यवस्था पर खर्च के लिए दी गई है।
नई दिल्ली: पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट ने सभी राज्यों/ संघ शासित क्षेत्रों में सरकार द्वारा चलाए जा रहे कोविड अस्पतालों को 50,000 ‘मेड इन इंडिया’ वेंटिलेटर की आपूर्ति के लिए 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इसके अलावा प्रवासी कामगारों के कल्याण के लिए एक हजार करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। इस मद में सबसे ज्यादा 181 करोड रुपए महाराष्ट्र को आवंटित किए गए हैं। मेड इन योजना के तहत तैयार किए गए वेंटीलेटर्स के आवंटन में भी सबसे ज्यादा 275-275 वेंटीलेटर्स महाराष्ट्र और दिल्ली को आवंटित किए जाएंगे। केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों को जून माह के अंत तक 14 हजार वेंटीलेटर आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है।
केंद्र की ओर से प्रवासी कामगारों के कल्याण के लिए राज्यों व संघ शासित प्रदेशों को एक हजार करोड़ रुपए की धनराशि का आवंटन किया गया है। यह सहायता राशि प्रवासी कामगारों को आश्रय, खाना, चिकित्सा उपचार और परिवहन व्यवस्था पर खर्च के लिए दी गई है। जिसमें महाराष्ट्र को 181 करोड़ रुपए, उत्तर प्रदेश को 103 करोड़ रुपए, तमिलनाडु को 83 करोड़ रुपए, गुजरात को 66 करोड़ रुपए, दिल्ली को 55 करोड़ रुपए, पश्चिम बंगाल को 53 करोड़ रुपए, बिहार को 51 करोड़ रुपए, मध्य प्रदेश को 50 करोड़ रुपए, राजस्थान को 50 करोड़ रुपए और कर्नाटक को 34 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
फिलहाल 50 हजार वेंटिलेटर में से 30 हजार वेंटिलेटर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा बनाए जा रहे हैं। बाकी 20 हजार वेंटिलेटर एग्वा हैल्थकेयर (10,000), एएमटीजेड बेसिक (5,650), एएमटीजेड हाई एंड (4,000) और एलायड मेडिकल (350) द्वारा बनाए जा रहे हैं। अभी तक 2,923 वेंटिलेटर बनाए जा चुके हैं। इनमें से 1340 वेंटिलेटरों की आपूर्ति राज्यों को की जा चुकी है। इनमें महाराष्ट्र को 275, दिल्ली को 275, गुजरात को 175, बिहार को 100, कर्नाटक को 90, राजस्थान को 75 वेंटीलेटर दिए गए हैं।