महाराष्ट्र: मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन योजना पर लगेगा ग्रहण, उद्धव ठाकरे ने 'सफेद हाथी' से की प्रोजेक्ट की तुलना
By अनुराग आनंद | Published: February 5, 2020 08:37 AM2020-02-05T08:37:26+5:302020-02-05T08:37:26+5:30
मुख्यमंत्री ने कहा, ''बुलेट ट्रेन से किसको फायदा होगा? महाराष्ट्र में व्यापार एवं उद्योग को इससे कैसे फायदा मिलेगा? अगर यह लाभदायक है, मुझे इसका विश्वास दिलाएं और फिर लोगों के समक्ष जाएं और निर्णय लें कि क्या करना है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की तुलना 'सफेद हाथी' से करते हुए आज कहा कि वह इस पर निर्णय तभी लेंगे जब उन्हें विश्वास हो जाएगा कि इससे राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. केंद्र की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना का जिक्र करते हुए शिवसेना के मुखपत्र में ठाकरे ने कहा कि इसकी व्यवहार्यता पर एक व्यापक चर्चा होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा, ''बुलेट ट्रेन से किसको फायदा होगा? महाराष्ट्र में व्यापार एवं उद्योग को इससे कैसे फायदा मिलेगा? अगर यह लाभदायक है, मुझे इसका विश्वास दिलाएं और फिर लोगों के समक्ष जाएं और निर्णय लें कि क्या करना है. बुलेट ट्रेन भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना हो सकती है लेकिन जब आप नींद से जागते हैं तो पता चलता है कि यह कोई सपना नहीं है.
आपको हकीकत का सामना करना होता है.'' ठाकरे ने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति देखते हुए विकासात्मक परियोजनाओं की प्राथमिकता तय की जानी चाहिए. उन्होंने कहा, ''हमें देखना होता है कि जरूरी क्या है, बस केवल इस आधार पर कुछ भी नहीं किया जा सकता कि हमें शून्य ब्याज या कम ब्याज पर ऋ ण मिल रहा है. बिना किसी कारण किसानों की जमीन लेना सही नहीं है.''
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को केंद्र कोष से उसका सही हिस्सा नहीं मिल रहा है, जिससे किसानों की मदद की जा सकती है. शिवसेना प्रमुख ने कहा कि सरकार द्वारा घोषित किसान कर्ज माफी की योजना अगले महीने से लागू होगी. उन्होंने साथ ही आश्वासन दिया कि एक भी उद्योग राज्य से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा.