महाराष्ट्र: देवेंद्र फड़नवीस के आरोपों पर नवाब मलिक का पलटवार, आरोपों में अंडरवर्ल्ड, नकली नोट और समीर वानखेड़े शामिल रहे
By विशाल कुमार | Published: November 10, 2021 10:48 AM2021-11-10T10:48:54+5:302021-11-10T10:56:19+5:30
मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मलिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैं एक ऐसे शख्स के खिलाफ लड़ रहा हूं जो बेगुनाह लोगों को फर्जी मामलों में फंसा रहा है. देवेंद्र फड़नवीस न केवल मेरे मुद्दे को मोड़ रहे हैं बल्कि केवल एक अधिकारी का बचाव करने की भी कोशिश कर रहे हैं.
नई दिल्ली: भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस के आरोपों पर जोरदार पलटवार करते हुए महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि फड़नवीस के समीर वानखेड़े से पुराने संबंध हैं जिसके कारण वह उनका बचाव कर रहे हैं.
मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मलिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैं एक ऐसे शख्स के खिलाफ लड़ रहा हूं जो बेगुनाह लोगों को फर्जी मामलों में फंसा रहा है. देवेंद्र फड़नवीस न केवल मेरे मुद्दे को मोड़ रहे हैं बल्कि केवल एक अधिकारी (समीर वानखेड़े) का बचाव करने की भी कोशिश कर रहे हैं.
Nagpur's notorious criminal Munna Yadav was appointed chairman of Construction Workers' Board by Devendra Fadnavis during his govt. One Haidar Azam, involved in illegal immigration of Bangladeshis, was appointed chairman of Maulana Azad Finance Corporation by Fadnavis:Nawab Malik
— ANI (@ANI) November 10, 2021
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि समीर वानखेडे़ को केवल पिछले 14 सालों में मुंबई में मलाईदार पद मिले. जब वानखेड़े भारतीय राजस्व विभाग (डीआरआई) में थे तब उन्होंने कई बड़ी रकम को दबाने में फड़नवीस की मदद की थी.
मलिक ने कहा कि देवेंद्र फड़नवीस जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे तो हमेशा अपराधियों का बचाव करते थे. कई आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे नागपुर के मुन्ना यादव फड़नवीस के बेहद करीबी थे और उन्हें उनकी सरकार में पद भी दिया गया था.
मलिक ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के दौरान हर जगह नकली नोटों का पता चला लेकिन ऐसी कोई घटना क्यों दर्ज नहीं की गई? मुंबई पुलिस ने 8 अक्टूबर, 2017 को 14 करोड़ रुपये की नकली मुद्रा जब्त की, लेकिन देवेंद्र फडणवीस के आशीर्वाद की कोई कार्रवाई नहीं हुई.
मलिक ने आरोप लगाया कि मुंबई पुलिस की घटना में जब्त किए गए 14 करोड़ रुपये के नकली नोट को देवेंद्र फडणवीस ने 7 लाख रुपये की घटना के रूप में दिखाकर दबा दिया गया. यह मामला एनआईए या किसी केंद्रीय एजेंसी को क्यों नहीं सौंपा गया?
मलिक ने नकली नोट के रैकेट के पाकिस्तान से संबंध होने और फड़नवीस के मुख्यमंत्री रहते हुए महाराष्ट्र में नकली नोटों का कारोबार फलने-फूलने का भी आरोप लगाया.
One Riyaz Bhati, a close aide of Dawood Ibrahim, was arrested at Mumbai airport with a fake passport. He was allowed bail in 2 days only. Why was Riyaz Bhati in close contact with you (Devendra Fadnavis)?. Bhati has been seen with many big leaders in pictures: Nawab Malik, NCP pic.twitter.com/eZP9b2RJda
— ANI (@ANI) November 10, 2021
मलिक ने फड़नवीस पर भी अंडरवर्ल्ड से संबंध होने का आरोप लगाया कि अंडरवर्ल्ड से जुड़े रियाज भाटी को हवाईअड्डे पर दोहरे पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके उलट रियाज भाटी देवेंद्र फड़नवीस डिनर टेबल के साथ और फोटो में नरेंद्र मोदी के साथ नजर आ रहे थे। भाटी को खुली छूट क्यों?
क्या है मामला?
बता दें कि, कल महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने मलिक और और उनके परिवार पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल और 1993 विस्फोट मामले में 2005 में दोषी ठहराए गए बादशाह खान से 2.80 करोड़ रुपये का प्लॉट खरीदने का आरोप लगाया था.
भाजपा नेता ने ये आरोप नवाब मलिक द्वारा लगातार मुंबई एनसीबी प्रमुख समीर वानखेड़े और उनके परिवार पर आरोप लगाए जाने के बाद लगाए हैं. वहीं, वानखेड़े परिवार ने मलिक के खिलाफ मानहानि के साथ पुलिस में भी शिकायत दर्ज करा दी है.
समीर वानखेड़े ने मुंबई क्रूज शिप मामले में अभिनेता शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान सहित कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. हालांकि, अब उन्हें इस मामले की जांच से हटा दिया गया है जबकि आर्यन खान को बॉम्बे हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है.