'शिवसेना सत्ता के लिए नहीं, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है', संजय राउत ने कहा, हम अपने दम पर सत्ता में वापस आएंगे
By अनिल शर्मा | Published: June 30, 2022 11:31 AM2022-06-30T11:31:56+5:302022-06-30T11:47:27+5:30
संजय राउत ने कहा सर्वोच्च न्यायालय से जिस तरह का फैसला आया, उसके बाद उनके (उद्धव ठाकरे) लिए पद पर रहना उचित नहीं था। वो बहुत ही नैतिकता की राजनीति करने वाले नेता हैं।
मुंबई: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई है, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है। संजय राउत ने सत्ता में वापसी की बात करते हुए कहा कि यह हमेशा से बालासाहेब ठाकरे का मंत्र रहा है। हम काम करेंगे और एक बार फिर अपने दम पर सत्ता में आएंगे।
फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेने से पूर्व उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के सवाल पर संजय राउत ने कहा, पार्टी के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल रात को इस्तीफा दिया। सर्वोच्च न्यायालय से जिस तरह का फैसला आया, उसके बाद उनके लिए पद पर रहना उचित नहीं था। वो बहुत ही नैतिकता की राजनीति करने वाले नेता हैं।
शिवसेना नेता ने कहा कि 2.5 साल तक उद्धव जी के नेतृत्व में सरकार चली, लेकिन उन्होंने जाते-जाते ये बात कही कि हमारे ही लोगों ने मुझसे गद्दारी की इसलिए अब मैं ये सरकार नहीं चला सकता हूं। उन्होंने कहा कि इस्तीफे की घोषणा के वक्त सभी भावुक हो गए थे।
बकौल संजय राउत, 'कल जब उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया तो हम भावुक हो गए। उद्धव ठाकरे पर सभी को भरोसा है। हर जाति और धर्म के लोग उनका समर्थन करते हैं। सोनिया गांधी और शरद पवार को उन पर भरोसा है।'
उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के आवास सागर बंगले में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक चल रही है जिसमें महाराष्ट्र भाजपा प्रभारी सीटी रवि, पार्टी नेता चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन, प्रवीण दरेकर और अन्य मौजूद हैं।
इस बीच शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने मंत्री पद को लेकर भाजपा से हुई बातचीत के सवाल पर कहा कि कौन और कितने मंत्री पद होंगे, इसे लेकर बीजेपी से अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है, यह जल्द ही हो जाएगा। तब तक, कृपया मंत्रिस्तरीय सूचियों और इसके बारे में अफवाहों पर विश्वास न करें।
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने इस बीच कहा कि, मुझे लगता है कि उन्हें (उद्धव ठाकरे) विश्वास मत का सामना करना चाहिए था लेकिन उन्होंने कैबिनेट बैठक के अंत में ही अपना विदाई भाषण दिया। उद्धव जी सरल स्वभाव के संवेदनशील व्यक्ति हैं। उन्हें कुछ चीजें पसंद नहीं आईं, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया।