महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के बयान से सोनिया और राहुल गांधी नाराज, लगाम लगाने के दिए निर्देश
By शीलेष शर्मा | Published: July 12, 2021 06:39 PM2021-07-12T18:39:29+5:302021-07-12T21:45:51+5:30
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया है कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में सहयोगी शिवसेना और राकांपा को लगता है कि उनकी पार्टी के बढ़ते प्रभाव के कारण उनके पैरों तले से जमीन खिसक रही है।
नई दिल्लीः कांग्रेस का महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है। यह संकेत उस बातचीत से मिले, जो सोनिया गांधी और राज्य के प्रभारी एच के पाटिल के बीच प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के हाल के बयानों को लेकर हुयी।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने लोकमत से बातचीत करते हुए कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव बहुत दूर हैं। अतः ऐसे बयानों का कोई मतलब नहीं हैं। इस नेता ने इस बात की भी पुष्टि की कि पटोले पर उनके बयानों को लेकर लगाम लगाने के निर्देश एच के पाटिल को दिये जा चुके हैं।
पार्टी सूत्रों की मानें तो राहुल और सोनिया दोनों ही पटोले के उन बयानों को लेकर खासे नाराज़ हैं, जिनसे महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार को लेकर गलत संदेश जा रहे हैं। पार्टी नेतृत्व का तर्क था कि शिवसेना से गठबंधन करने की मुख्य वजह भाजपा को सत्ता से बाहर रखने की थी, लेकिन पटोले के बयानों से भाजपा को शिवसेना से दूरियां कम करने और गठबंधन को कमज़ोर करने मौका मिल रहा है।
कांग्रेस नेतृत्व महाराष्ट्र में अघाड़ी सरकार को पूरे 5 साल काम करते देखना चाहती है। इधर राज्य के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने भी पटोले के बयानों पर नाराज़गी जताते हुए सोनिया गांधी से शिकायत की है। सोनिया के एच के पाटिल को पटोले के बयानों पर लगाम लगाने के निर्देश इन्हीं शिकायतों का नतीजा माना जा रहा है।