महाराष्ट्र में कांग्रेस को झटका पर झटका, वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल, पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार ने इस्तीफा दिया
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 4, 2019 02:45 PM2019-06-04T14:45:28+5:302019-06-04T14:45:28+5:30
राधाकृष्ण विखे पाटिल कुछ कांग्रेस विधायकों के संग भाजपा में शामिल हो सकते हैं और उन्हें देवेंद्र फड़णवीस नीत सरकार में शामिल किया जाएगा। राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे सुजय विखे पाटिल लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से पाला बदल कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में पूर्व नेता विपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल ने मंगलवार को निचले सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पाटिल के साथ पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।
यह घटनाक्रम इन खबरों के दरम्यान हुआ कि राधाकृष्ण विखे पाटिल कुछ कांग्रेस विधायकों के संग भाजपा में शामिल हो सकते हैं और उन्हें देवेंद्र फड़णवीस नीत सरकार में शामिल किया जाएगा। राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे सुजय विखे पाटिल लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से पाला बदल कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
Radhakrishna Vikhe Patil on his resignation as Congress MLA: I didn't even campaign for the party during Lok Sabha elections. I don't doubt High Command, they had given me an opportunity by making me the Leader of Opposition. I tried to do good work but situation made me resign. pic.twitter.com/XPOuWvv07M
— ANI (@ANI) June 4, 2019
वह अहमदनगर लोकसभा सीट से 2.81 लाख वोटों से जीते हैं। राधाकृष्ण विखे पाटिल ने अपने बेटे के भाजपा में शामिल होने के बाद मार्च में विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया था। एक अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस नेता ने विधायक के तौर पर विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे को उनके दफ्तर में अपना इस्तीफा सौंपा।
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पार्टी को महाराष्ट्र से एक और झटका लगा है, जहां पार्टी विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल ने अपने पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि वह महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार से पहले बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। पाटिल राज्य में कांग्रेस विधायक दल के नेता पद से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं।
इस्तीफा देने के बाद राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा कि मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के लिए प्रचार भी नहीं किया था। मुझे हाईकमान पर संदेह नहीं है। उन्होंने मुझे विपक्ष का नेता बनाकर अच्छा मौका दिया था। मैंने अच्छा काम करने की कोशिश की, लेकिन हालात ने मुझे इस्तीफा देने पर मजबूर किया है।
Abdul Sattar, expelled Congress MLA: 8 to 10 Congress MLAs are in touch with BJP. Disappointment with Congress leadership in state and their way of functioning are the reason behind our decision. State leadership is destroying the party here. pic.twitter.com/nyBX4Y9iIs
— ANI (@ANI) June 4, 2019
पाटिल के साथ पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही 8-10 और विधायक भी पार्टी छोड़ बीजेपी में जा सकते हैं। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस का प्रदर्शन काफी खराब रहा है और बीजेपी-शिवसेना के गठजोड़ ने महाराष्ट्र की ज्यादातर सीटों पर कब्जा किया है। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं।