महाराष्ट्र: बीजेपी से जारी गतिरोध के बीच बदले शिवसेना के सुर, कहा, 'कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं है'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: November 10, 2019 12:14 PM2019-11-10T12:14:16+5:302019-11-10T12:14:16+5:30
Sanjay Raut: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बीजेपी के साथ जारी गतिरोध के बीच शिवसेना ने कहा है कि कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं है
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना ने एक ऐसा बयान दिया है, जो भारतीय जनता पार्टी को पसंद नहीं आएगा। शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं है और पार्टियों के बीच कई मुद्दों पर असहमति हो सकती है।
राउत ने साथ ये भी कहा कि अगर और कोई सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मेदारी उठाने को तैयार है। राज्यपाल ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है।
कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं: राउत
एएनआई के मुताबिक राउत ने कहा, 'अगर कोई सरकार बनाने को तैयार नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मा उठाने को तैयार है।'
वहीं कांग्रेस और एनसीपी को लेकर राउत ने कहा, 'कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं है। सभी पार्टियों की कुछ मुद्दे पर असहमति होती है। कांग्रेस-एनसीपी ने राज्य की भलाई के लिए काम किए हैं।'
Shiv Sena leader Sanjay Raut: Congress is not the enemy of the State. All parties have differences on some issues. https://t.co/ckIfQzI4TP
— ANI (@ANI) November 10, 2019
शिवसेना ने सरकार गठन को लेकर फिर कसा बीजेपी पर तंज
राउत ने सरकार गठन में देरी पर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा अगर उन्हें बहुमत का भरोसा था तो उन्होंने दावा पेश क्यों नहीं किया। राउत ने कहा, 'हम ये समझने में असफल हैं कि अगर उन्हें बहुमत का भरोसा था तो आखिर क्यों बीजेपी ने 24 घंटे (नतीजों के बाद) के अंदर सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया।'
शिवसेना की भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'राज्यपाल के पहले कदम की तस्वीर साफ होने दीजिए। अगर कोई सरकार बनाने में सफल नहीं होगा। तो शिवसेना अपनी रणनीति घोषित करेगी।'
21 अक्टूबर को हुए 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं और बहुतम का जादुई आंकड़ा 145 सीटों का है। शिवसेना की ढाई-ढाई साल सीएम पद की मांग को लेकर दोनों पार्टियों के बीच पेंच फंसा है।