महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच नाना पटोले ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- पार्टी शिवसेना को विभाजित करने की कर रही कोशिश
By मनाली रस्तोगी | Published: June 23, 2022 07:17 PM2022-06-23T19:17:51+5:302022-06-23T19:19:41+5:30
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि अगर समय आता है तो हम महा विकास अघाड़ी सरकार को बाहर से भी समर्थन दे सकते हैं। यह हमारी नियमित बैठक थी और शिवसेना नेता संजय राउत के बयान पर नहीं हुई।
मुंबई: महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट को लेकर महाराष्ट्रकांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है, भाजपा शिवसेना को विभाजित करने की कोशिश कर रही है। हम इसपर काम कर रहे हैं कि इसे कैसे सुलझाया जाए। महा विकास अघाड़ी सरकार जारी रहेगी और 5 साल पूरे करेगी। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। कांग्रेस एमवीए के साथ खड़ी है।
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि अगर समय आता है तो हम महा विकास अघाड़ी सरकार को बाहर से भी समर्थन दे सकते हैं। यह हमारी नियमित बैठक थी और शिवसेना नेता संजय राउत के बयान पर नहीं हुई। बता दें कि एमवीए में शिवसेना के 55, राकांपा के 53 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में सामान्य बहुमत के लिए 144 का आंकड़ा जरूरी है।
If time comes then we can provide support to the Maha Vikas Aghadi govt from outside also...It was our regular meeting and not happened on the statement of Shiv Sena leader Sanjay Raut: Maharashtra Congress chief Nana Patole after the party meeting in Mumbai
— ANI (@ANI) June 23, 2022
भाजपा के पास अपने 106 विधायक हैं और उसे राजठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना , स्वाभिमानी पक्ष एवं राष्ट्रीय समाज पक्ष के एक एक विधायकों एवं छह निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इस प्रकार सदन में उसके पास सहयोगियों को मिलाकर कुल 116 विधायक हैं। शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधानसभा में पार्टी के नेता पद से हटा दिया है और उनके स्थान पर अजय चौधरी को सदन का नेता नियुक्त किया है।
एकनाथ शिंदे से संपर्क नहीं होने और अपने समर्थक विधायकों के साथ सूरत चले जाने के बाद शिवसेना ने यह कदम उठाया। फिलहाल शिंदे शिवसेना के विधायकों के एक धड़े और कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में हैं। उन्होंने कहा है कि उन्हें 46 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। वहीं, महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच विधानसभा में शक्ति परीक्षण चर्चा के केंद्र में है।