महाराष्ट्र: सीएम उद्धव ठाकरे व शरद पवार किसानों के प्रदर्शन में होंगे शामिल, कृषि कानूनों के खिलाफ लंबी रैली की तैयारी
By अनुराग आनंद | Published: January 25, 2021 08:05 AM2021-01-25T08:05:18+5:302021-01-25T08:07:59+5:30
पिछले कुछ दिनों से मुंबई के आजाद मैदान में डेरा जमाए हुए हजारों किसान कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए राजभवन तक मार्च करेंगे।
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार आज मुंबई में होने वाले किसानों के विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे।
मुंबई में किसानों का यह विरोध प्रदर्शन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विभिन्न सीमाओं पर बीते 2 माह से अधिक समय से तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में हो रहा है।
हजारों किसान, जो कई दिनों से मुंबई के आजाद मैदान में डेरा जमाए हुए हैं। वह आज तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए राजभवन तक मार्च करेंगे।
मार्च, संयुक्त शेतकरी कामगार मोर्चा (SSKM) के बैनर तले किए जा रहे आंदोलन का हिस्सा है और इसका उद्देश्य सभी राज्यों की राजधानी व शहरों में किसानों के विरोध प्रदर्शन को तेज करना है। किसान नासिक से मुंबई तक 180 किमी लंबी रैली की तैयारी कर रहे हैं।
लगभग 15,000 किसान नासिक से मुंबई पहुंच गए हैं। संभावना है कि कल तक और लोग आएंगे। किसानों ने कहा कि आज हम गवर्नर हाउस जाएंगे। शरद पवार जी ने कहा कि वह आएंगे। सीएम उद्धव ठाकरे ने भी हमारा समर्थन किया है।
किसानों के मार्च को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है-
एसएसकेएम ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर आजाद मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का फैसला किया है और साथ ही झंडा फहराकर किसानों और मजदूरों के संघर्ष को सफल बनाने का संकल्प लिया है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि किसानों के जुलूस को ध्यान में रखते हुए, रैली से पहले कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुंबई पुलिस के कर्मियों के अलावा, एसआरपीएफ के नौ प्लाटून आजाद मैदान में तैनात किए जा रहे हैं, उन्होंने कहा कि ड्रोन का भी उपयोग किया जाएगा।
दिल्ली में भी 26 जनवरी को टैक्टर मार्च की तैयारी तेज-
वहीं, गणतंत्र दिवस के अवसर पर 'किसान गणतंत्र परेड' में हिस्सा लेने के लिए देशभर के किसान दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैं। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के ट्रैक्टर टिकरी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं।
संयुक्ता किसान मोर्चा (SKM) ने किसानों को 23 से 26 जनवरी तक आंदोलन में भाग लेने के लिए कहा है, जिसमें राज्यों की राजधानी में भी रैलियां की जानी हैं।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर बैठकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।