महाराष्ट्र: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और 8 अन्य नेता आज दोपहर एक बजे लेंगे MLC पद की शपथ
By पल्लवी कुमारी | Published: May 18, 2020 08:35 AM2020-05-18T08:35:48+5:302020-05-18T08:35:48+5:30
विधान परिषद चुनाव के साथ 59 वर्षीय उद्धव ठाकरे पहली बार विधायिका के सदस्य बने हैं। वह शिवसेना के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उन्हें 27 मई से पहले विधानमंडल के दोनों सदनों में से किसी एक का सदस्य बनना जरूरी था।
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और विपक्षी दलों के आठ अन्य उम्मीदवार आज (18 मई) दोपहर एक बजे MLC विधान परिषद की सदस्यता की शपथ लेंगे। इसी के साथ महीनों से चल रहे जारी संवैधानिक संकट आज खत्म हो जाएगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के आठ अन्य उम्मीदवारों को गुरुवार को राज्य विधान परिषद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। ये सभी उम्मीदवार विधान परिषद की उन नौ सीटों के लिए मैदान में थे जो 24 अप्रैल 2020 को खाली हुई थीं।
Maharashtra CM Uddhav Thackeray and 8 other newly elected MLCs will take oath as Members of Legislative Council today at 1 pm. (file pic) pic.twitter.com/GbCYKmAKNt
— ANI (@ANI) May 18, 2020
नौ सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने के बाद खाली हुई सीटों को भरने के लिए चार मई को चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई थी। शुरुआत में कोरोना वायरस महामारी के कारण चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी। प्रदेश के राज्यपाल बी एस कोश्यारी ने हाल ही में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर विधान परिषद के चुनाव कराने का अनुरोध किया था ताकि ठाकरे मुख्यमंत्री बनने के छह महीने के अंदर विधायिका में निर्वाचित होने के संवैधानिक प्रावधान को पूरा कर सकें।
9 सीटों के लिए 14 उम्मीदवारों नामांकन पत्र किए थे दाखिल
नौ सीटों के लिए 14 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। इनमें से कागजों की छानबीन के दौरान एक उम्मीदवार का पर्चा खारिज हो गया, वहीं बीजेपी के अजीत गोपचडे तथा संदीप लेले, राकांपा के किरण पावस्कर और शिवाजीराव गर्जे ने 12 मई को नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद नौ ही उम्मीदवार मैदान में बचे जिनमें शिवसेना से उद्धव ठाकरे और नीलम गोरे, बीजेपी से रणजीत सिंह मोहिते पाटिल, गोपीचंद पाडलकर, अजीत दटके और रमेश कराड हैं। निर्विरोध निर्वाचित होने वाले उम्मीदवारों में राकांपा के शशिकांत शिंदे और अमोल मितकरी तथा कांग्रेस के राजेश राठौड़ भी हैं।
इससे पहले राज्य मंत्रिमंडल ने शुरुआत में सिफारिश की थी कि राज्यपाल अपने कोटे से ठाकरे को विधान परिषद में मनोनीत करें। दो बार सिफारिश के बावजूद राज्यपाल ने ठाकरे को विधान मंडल के उच्च सदन में मनोनीत नहीं किया जिसकी सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के घटक दलों ने आलोचना की। ठाकरे ने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात करके उनके हस्तक्षेप की मांग की थी।