महाराष्ट्रः पार्टी हाईकमान की वजह से रुका मंत्रिमंडल का विस्तार, दिल्ली जाएंगे सीएम फडनवीस
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 14, 2019 08:39 AM2019-06-14T08:39:04+5:302019-06-14T08:39:04+5:30
सोमवार से राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. मुख्यमंत्री ने ही घोषणा की थी कि सत्र शुरू होने से पूर्व विस्तार किया जाएगा. विस्तार को लेकर पार्टी में खींचतान शुरू हो गई है.
अतुल कुलकर्णी, (मुंबई): राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर अनेक चर्चाएं चल रही हैं. इसके बावजूद भाजपा हाईकमान की ओर से अब तक विस्तार अथवा फेरबदल को हरी झंडी नहीं दी गई है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस शनिवार को दिल्ली जाएंगे. वे पार्टीध्यक्ष अमित शाह तथा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मुलाकात करेंगे. यदि शाह ने सहमति दर्शाई तो रविवार को विस्तार हो सकता है.
सोमवार से राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. मुख्यमंत्री ने ही घोषणा की थी कि सत्र शुरू होने से पूर्व विस्तार किया जाएगा. विस्तार को लेकर पार्टी में खींचतान शुरू हो गई है. चर्चा है कि भाजपा के निष्ठावान नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल को मंत्री बनाने का विरोध कर रहे हैं. लेकिन कहा जा है कि विखे पाटिल व मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशिष शेलार का मंत्री बनना तय है. अनिल बोंडे व संजय कुटे में से एक, शिवाजीराव नाईक व अतुल सावे में से एक कुल दो लोगों को मौका मिल सकता है. रामदास आठवले की पार्टी को भी एक मंत्री पद मिल सकता है.
शिवसेना में भी राजनीतिक उठापटक चल रही है. एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री पद चाहते हैं. आदित्य ठाकरे के जन्मदिन के बहाने शिंदे ने कुछ विधायकों के साथ मातोश्री पहुंच कर शक्ति प्रदर्शन भी किया. शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाने का रामदास कदम, सुभाष देसाई व दिवाकर रावते विरोध कर रहे हैं. इसलिए शिवसेना की ओर से उपमुख्यमंत्री पद पर दावा किए जाने की संभावना कम ही है. शिवसेना को चाहिए दो मंत्री पद शिवसेना के कोटे का एक मंत्र पद खाली है. वह राकांपा से शिवसेना में आए जयदत्त क्षीरसागर को मिल सकता है. शिवसेना चाहती है कि उसे दो मंत्री पद दिए जाएं.
आदित्य ही करेंगे नेतृत्व
शिवसेना के सांसद संजय राऊत ने कहा है कि आदित्य ठाकरे राज्य का नेतृत्व करने में समर्थ हैं. हमारा अनुरोध है कि वह विधानसभा का चुनाव लड़ें. मनोहर जोशी ने कहा कि शिवसेना के ज्यादा विधायक चुनकर आए तो ही आदित्य मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. इन दोनों नेताओं के इन बयानों से भाजपा की भौंहें तन गई हैं.
पाटिल बनेंगे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष!
इस बीच, इन अटकलों ने जोर पकड़ लिया है कि राज्य सरकार के दो नंबर के मंत्री चंद्रकांत पाटिल को वरिष्ठता के और संगठन कुशलता के आधार पर पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष बनाने पर सहमति बन गई है, मगर पाटिल खुद इसके लिए तैयार नहीं हैं. इतने दिनों तक मंत्री रहने के बाद वे संगठन कार्य में लौटना नहीं चाहते. जब तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्णय नहीं हो जाता. तब तक नए प्रदेशाध्यक्ष का चयन होने की संभावना नहीं है.