महाराष्ट्र: औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने पर सीएम एकनाथ शिंदे ने पीएम मोदी और अमित शाह को कहा धन्यवाद
By रुस्तम राणा | Published: February 25, 2023 02:47 PM2023-02-25T14:47:48+5:302023-02-25T14:48:37+5:30
सीएम शिंदे ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक कदम है। मैं पीएम मोदी और अमित शाह को धन्यवाद देता हूं।" उन्होंने आगे कहा कि औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर 'छत्रपति संभाजीनगर' और उस्मानाबाद शहर का नाम 'धाराशिव' करना हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का सपना था।
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर 'छत्रपति संभाजीनगर' और उस्मानाबाद शहर का नाम 'धाराशिव' रखने के केंद्र के फैसले का स्वागत किया। सीएम शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलना एक ऐतिहासिक कदम है।
सीएम शिंदे ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक कदम है। मैं पीएम मोदी और अमित शाह को धन्यवाद देता हूं।" उन्होंने आगे कहा कि औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर 'छत्रपति संभाजीनगर' और उस्मानाबाद शहर का नाम 'धाराशिव' करना हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का सपना था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, "आखिरकार उनका सपना पूरा हो गया है।"
सीएम शिंदे ने कहा, "आठ महीने पहले, महाराष्ट्र में यह नई गठबंधन सरकार सत्ता में आई थी। उसके बाद, कैबिनेट ने दोनों शहरों के नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी और विधायिका ने भी इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया। यह एक ऐतिहासिक कदम है और यहां की जनता राज्य केंद्र सरकार के शुक्रगुजार हैं।"
गौरतलब है कि शुक्रवार को केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर 'छत्रपति संभाजीनगर' और उस्मानाबाद शहर का नाम बदलकर 'धाराशिव' करने की मंजूरी दे दी है। केंद्र की मंजूरी के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को ट्विटर पर यह खबर साझा की।
उन्होंने 24 फरवरी को गृह मंत्रालय से राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग के उप सचिव को दो पत्र ट्वीट किए। पत्रों में कहा गया है कि केंद्र को मध्य महाराष्ट्र के इन दो शहरों के नाम में बदलाव पर कोई आपत्ति नहीं है। फडणवीस ने फैसले के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने 'जो वादा किया था, वह पूरा किया'।
औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करना शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-कांग्रेस सरकार का आखिरी कैबिनेट फैसला था, जो उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिंदे के विद्रोह के बाद पिछले जून में गिर गई थी। हालांकि शिंदे के नेतृत्व वाली नई सरकार ने कैबिनेट के फैसले को रद्द कर दिया और नया फैसला लिया।