Maharashtra: बाला साहेब ठाकरे के आशीर्वाद से हुआ, सीएम एकनाथ शिंदे बोले- 164-99 के प्रचंड बहुमत से विश्वास मत हासिल किया...
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 4, 2022 08:41 PM2022-07-04T20:41:21+5:302022-07-04T20:49:28+5:30
Maharashtra: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र के अंतिम दिन सोमवार को सदन में महत्वपूर्ण शक्ति परीक्षण में जीत हासिल कर ली।
मुंबईः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि आज भारी बहुमत से ये सरकार बनी है, यह बाला साहेब ठाकरे के आशीर्वाद से हुआ है। 164-99 के प्रचंड बहुमत से विश्वास मत जीतकर सत्ता में आई। हमारे सभी शिवसेना विधायक यहां बालासाहेब ठाकरे स्मारक पर पहुंच कर आशीर्वाद लिए।
मुंबई के शिवाजी पार्क में सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे के हिंदुत्व के विचार को हम आगे ले जाएंगे। हम बाला साहेब के स्मारक पर पहुंचे हैं और उनका अभिवादन किया है। मैं, देवेंद्र फड़नवीस और मेरे बाकी साथी इस राज्य का विकास करेंगे।
This govt came into power by winning the trust vote with a thumping majority of 164-99 margin, due to the blessings of Balasaheb Thackeray. All of our Shiv Sena MLAs are here at the Balasaheb Thackeray memorial for the same: Maharashtra CM Eknath Shinde, in Mumbai's Shivaji park pic.twitter.com/CNIWrCB0iX
— ANI (@ANI) July 4, 2022
उन्होंने शिवसेना में विद्रोह के पश्चात भाजपा के समर्थन से सत्ता संभालने के पांच दिन बाद सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। विश्वास मत जीतने के बाद विधानसभा में अपने पहले भाषण में भावुक शिंदे ने शिवसेना का नाम लिए बिना कहा कि उन्हें लंबे समय तक दबाया गया था और उनके नेतृत्व में हुआ विद्रोह उनके साथ किए गए अनुचित व्यवहार का नतीजा था।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ अपने पुराने जुड़ाव के स्पष्ट संदर्भ में उन्होंने यह बात कही। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में 164 विधायकों ने शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लाए गए विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 99 विधायकों ने इसके खिलाफ मतदान किया।
तीन विधायक मतदान से दूर रहे, जबकि कांग्रेस के अशोक चव्हाण और विजय वडेट्टीवार समेत 20 विधायक विश्वास मत के दौरान अनुपस्थित रहे। अनुपस्थित रहने वालों में ज्यादातर कांग्रेस और राकांपा के विधायक थे। कार्यवाही की अध्यक्षता करने वाले विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने अपना मत नहीं दिया। उन्होंने विश्वास मत को बहुमत मिलने की घोषणा की।
विधानसभा अध्यक्ष पद पर रविवार को नार्वेकर के चुने जाने के बाद एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार की यह दूसरी बड़ी जीत है। दक्षिण मुंबई के कोलाबा से भाजपा विधायक नार्वेकर को अध्यक्ष पद के चुनाव में 164 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के राजन साल्वी को 107 वोट मिले थे।
शिंदे ने विधानसभा में अपने नेतृत्व वाली नवगठित सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद अपने भाषण में कहा, “आज की घटनाएं सिर्फ एक दिन में नहीं हुईं।” उन्होंने कहा, “जब मैं यहां चुनाव के लिए आया था, तो इस सदन में ऐसे लोग हैं, जिन्होंने देखा कि मेरे साथ कैसा व्यवहार किया गया। मुझे लंबे समय तक दबाया गया। सुनील प्रभु (उद्धव ठाकरे गुट से शिवसेना विधायक) भी गवाह हैं।”
पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार का हवाला देते हुए, शिंदे ने कहा कि राकांपा के वरिष्ठ नेता ने उन्हें बताया था कि नवंबर 2019 में तीन दलों वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के गठन के बाद शिवसेना में एक “दुर्घटना” हुई है। बिना नाम लिए, शिंदे ने उद्धव ठाकरे के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें कहा गया था कि राकांपा प्रमुख शरद पवार ने उन्हें महा विकास आघाड़ी के गठन से पहले सूचित किया था कि कांग्रेस और राकांपा के नेता शिंदे के तहत काम करने के इच्छुक नहीं हैं।
शिंदे ने स्पष्ट रूप से उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने का जिक्र करते हुए कहा, “लेकिन एमवीए सरकार बनने के बाद, अजित पवार ने मुझसे कहा कि आपकी ही पार्टी (शिवसेना) में दुर्घटना हुई है। हम आपके मुख्यमंत्री बनने के खिलाफ कभी नहीं थे।” उन्होंने यह भी दावा किया कि जब भाजपा-शिवसेना गठबंधन सत्ता में था, तो उन्हें पहले उपमुख्यमंत्री पद का वादा किया गया था।
(इनपुट एजेंसी)