महाराष्ट्र चुनाव: पीएम नरेंद्र मोदी की विपक्ष को चुनौती, 'हिम्मत है तो 370 वापस लाने की कीजिए घोषणा'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 13, 2019 01:37 PM2019-10-13T13:37:21+5:302019-10-13T13:37:21+5:30
PM Narendra Modi in Jalgaon election rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के जलगांव में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष को आर्टिकल 370 पर घेरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जलगांव से महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लि प्रचार अभियान का आगाज किया। मोदी ने इस रैली में आर्टिकल 370 और अन्य मुद्दों पर विपक्ष को जमकर घेरा और आर्टिकल 370 पर विपक्ष को अपना रुख स्पष्ट करने की चुनौती दी।
पीएम मोदी ने दी विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा, 'छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि से मैं विपक्ष को चुनौती देता हूं कि वे अपना पक्ष स्पष्ट करें कि क्या वे सरकार द्वारा आर्टिकल 370 और 35 को हटाने के फैसले का समर्थन करते हैं।'
आर्टिकल 370 पर मोदी ने दी विपक्ष को चुनौती
'मैं आज विपक्ष को चुनौती देता हूं कि अगर उनमें साहस है तो वे अपने चुनावी घोषणापत्र में, इन चुनावों और आने वाले चुनावों में भी, ये घोषित करें कि वे आर्टिकल 370 को वापस लाएंगे। तो हम 5 अगस्त का अपना फैसला वापस ले लेंगे।'
पीएम ने कहा 'कुछ दल और नेता देशहित के पक्ष में लिए गए फैसलों पर भी पड़ोसी देश की जुबान बोलते हैं और ऐसा करके वह पाकिस्तान को ही मजबूत करते हैं।'
जम्मू-कश्मीर भारत का ताज हैं: मोदी
मोदी ने आर्टिकल 370 हटाने के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, '5 अगस्त को हमने कुछ ऐसा किया जो लोगों ने सोचा असंभव है। हमने आर्टिकल 370 हटाया ताकि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को शेष देश के साथ चल सकें। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमारे लिए सिर्फ जमीन का टुकड़ा नहीं हैं बल्कि भारत का ताज हैं।'
मोदी ने कहा, 'हम लगातार जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य करने के लिए काम कर रहे हैं और इसे संभव करने में हमें चार महीने से ज्यादा का समय नहीं लगेगा।'
पीएम ने देश में हो रहे बदलावों पर कहा, 'नया भारत' ना सिर्फ अपना वर्तमान सुरक्षित कर रहा है बल्कि अपने भविष्य को भी उन्नत बना रहा है।'
मोदी ने कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन को थका बताते हुए कहा, 'विपक्ष यहां हमारे पिछले पांच सालों के कार्यों से स्तब्ध और परेशान हैं। थका हुआ गठबंधन ही एकदूसरे का समर्थन कर सकता है, लेकिन वे महाराष्ट्र के सपनों और यहां के युवाओं की महत्वाकांक्षाओं को पूरा नहीं कर सकते।'