अमित शाह की राहुल गांधी को चुनौती, 'हिम्मत है तो वापस लाइए आर्टिकल 370'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 19, 2019 03:04 PM2019-10-19T15:04:46+5:302019-10-19T15:11:31+5:30
Amit Shah: अमित शाह ने राहुल गांधी को आर्टिकल 370 के मुद्दे पर चुनौती देते हुए कहा है कि अगर हिम्मत है तो आर्टिकल 370 वापस लाकर दिखाएं
केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए शनिवार को नवापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आर्टिकल 370 के मुद्दे पर कांग्रेस और राहुल गांधी को जमकर घेरा।
शाह ने कहा कि वह राहुल गांधी को चुनौती देते हैं कि वह कांग्रेस के सत्ता में आने पर आर्टिकल 370 को बहाल करने की घोषणा करें शाह ने इस रैली में कांग्रेस, एनसीपी और अन्य विपक्षी पार्टियों पर अपने वोट बैंक के लिए आर्टिकल 370 को खत्म ना करने का आरोप लगाया।
शाह ने कहा कि आर्टिकल '370 पिछले 70 सालों से आतंकियों का प्रवेश द्वार' बन गया था, जिसने कश्मीर में 40 हजार लोगों की जान ली।
अमित शाह ने दी राहुल को आर्टिकल 370 वापस लाने की चुनौती
उन्होंने कहा, 'मैं राहुल गांधी और शरद पवार को सीधी चुनौती देता हूं कि वे सत्ता में आने पर आर्टिकल 370 को वापस लाने की घोषणा करें।'
शाह ने कहा, 'राहुल गांधी कहते हैं कि अनुच्छेद 370 और महाराष्ट्र का क्या संबंध है? मैं उनको बताना चाहूंगा कि ये शिवाजी महाराज और वीर सावरकर की भूमि है। इस धरती के सपूतों ने राष्ट्र की सुरक्षा में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
इस रैली में आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त कार्रवाई पर अमित शाह ने कहा, 'दुनिया में दो ही देश ऐसे थे जो अपने जवानों के खून का बदला लेते हैं। एक अमेरिका और दूसरा इजराइल है। इन दो देशों की सूची में मोदी ने तीसरा नाम भारत का जोड़ने का काम किया है।
शरद पवार हंसते हैं और कहते हैं कि मोदी जी और अमित शाह शौचालय को विकास कहते हैं।
— BJP (@BJP4India) October 19, 2019
अरे पवार जी जिस घर में शौचालय नहीं होता है और मां-बहनों, बच्चियों को खुले में जाना पड़ता है, तब उनकी शर्मिंदगी आपको महसूस नहीं होगी क्योंकि आपके बच्चों ने भी कभी गरीबी नहीं देखी है: श्री अमित शाह pic.twitter.com/lfyNFFRe1D
शाह ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी की सरकार को ज्यादा बड़ा जनादेश इसलिए मिला क्योंकि लोगों को उनके नेतृत्व और केंद्र सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों पर पूरा भरोसा था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 70 सालों तक राज करने के बावजूद आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के लिए कुछ नहीं किया जबकि बीजेपी सरकार ने उनके कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाईं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी का उद्देश्य विकास करना है, जबकि एनसीपी और कांग्रेस अपने परिवार के लिए काम करने में लगी रहती हैं।