महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: देवेंद्र फड़नवीस ने कहा-CM पद के लिए सीट रिजर्व, डिप्टी सीएम के लिए सोचे शिवसेना
By स्वाति सिंह | Published: September 21, 2019 04:45 PM2019-09-21T16:45:10+5:302019-09-21T17:02:08+5:30
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2014 में दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। महाराष्ट्र विधानसभा के आने वाले चुनाव के लिए भाजपा और उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बनती नहीं दिख रही है।
महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। इस बीच शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने यह साफ़ किया कि भाजपा-शिवसेना के साथ ही चुनाव लड़ेगी। बता दें कि कई दिनों से दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर मतभेद की खबर थी।
इंडिया टुडे के एक एन्क्लेव में फड़नवीस ने यह बात कही है। इस दौरान जब उनसे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछा गया था उन्होंने कहा कि यह सीट रिजर्व है, लेकिन डिप्टी सीएम के पद के लिए शिवसेना सोच सकती है।
बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2014 में दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। महाराष्ट्र विधानसभा के आने वाले चुनाव के लिए भाजपा और उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बनती नहीं दिख रही है।
भाजपा ज्यादा सीटों के लिए जहां लोकसभा चुनाव में वोट में हिस्सेदारी बढ़ने का तर्क दे रही है वहीं शिवसेना आरे भूमि विवाद, कांग्रेस और राकांपा के नेताओं को भाजपा में शामिल करने और राम मंदिर मुद्दे पर उसे हाशिए पर डालने की कोशिश कर रही है।
शिवसेना 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में प्रत्येक को 135 सीट और बाकी की 18 सीटें सहयोगियों के लिए रखने के फार्मूले पर राजी है। लेकिन अब भाजपा इसे स्वीकार नहीं कर रही। शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘ भाजपा शिवसेना को 120 से ज्यादा सीट नहीं देना चाहती और यह हमें स्वीकार नहीं है। इस वर्ष फरवरी में गठबंधन की घोषणा से पहले उद्धवजी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बीच विधानसभा चुनाव में बराबर सीटों पर लड़ने की सहमति बनी थी।’’
हालांकि भाजपा के एक नेता ने तर्क दिया कि 2014 के चुनाव के मुकाबले इस साल आम चुनाव में पार्टी की वोट साझेदारी बढ़ गई है। उन्होंने कहा, ‘‘ बल्कि हमारे नेता (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी की छवि के बूते ही लोकसभा में शिवसेना के 18 नेता अपनी सीटों को सुरक्षित रख पाए। इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि शिवसेना के मुकाबले हमें ज्यादा सीटें मिलें। यह हालिया रुझान को देखते हुए ही है।’’
शिवसेना कई मुद्दों पर भाजपा को आड़े हाथों ले रही है। कांग्रेस और राकांपा के नेताओं को भाजपा में शामिल करने और अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग को लेकर वह उस पर हमला कर रही है। हालांकि भाजपा नेता इसे शिवसेना का दांव बता रहे हैं ताकि वह सीटों के बंटवारे पर मोलभाव कर सके।
चुनाव आयोग ने किया तारीखों का ऐलान
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और हरियाण विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि दोनों ही राज्यों में 21 अक्टूबर को चुनाव कराए जाएंगे। मतगणना 24 अक्टूबरको होगी और उसी दिन नतीजे घोषित किए जाएंगे। महाराष्ट्र की 288 सदस्यों वाली विधानसभा सभा का कार्यकाल नौ नवंबर को समाप्त हो रहा है जबकि हरियाणा की 90 सदस्यों वाली विधानसभा का कार्यकाल दो नवंबर को समाप्त हो रहा है।
विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होते ही दोनों राज्यों में आदर्श चुनाव संहिता लागू हो जाएगी। चुनाव घोषणा करने के सात दिन के अंदर आयोग को नोटिफिकेशन जारी करना होता है। नोटिफिकेशन जारी होने के सातवें दिन नामांकन की प्रक्रिया शुरू होती है। नामांकन भरने के अंतिम दिन के बाद अगले दिन चुनाव अधिकारी उम्मीदवारों के फॉर्म की छंटनी करता है। छंटनी करने बाद दो दिन का समय नाम वापसी के लिए दिया जाता है।
नाम वापसी की सीमा पूरी होने के बाद उम्मीदवार को प्रचार के लिए 14 दिन का समय मिलता है। प्रचार खत्म होने के तीसरे दिन मतदान होता है। मतदान के चौथे दिन मतों की गणना के साथ नतीजे घोषित किए जाते हैं। इसके बाद सरकार बनाने के लिए राज्यपाल की भूमिका शुरू होती है।