बिहार में महागठबंधन पर खतरा, कांग्रेस की 20 सीटों की मांग को लालू यादव ने किया खारिज
By एस पी सिन्हा | Published: January 12, 2019 06:40 PM2019-01-12T18:40:36+5:302019-01-12T18:40:36+5:30
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने शक्ति सिंह गोहिल को फोन कर कहा है कि आपके पास तो चुनाव लड़ने के लिए 10 उम्मीदवार भी नहीं है फिर आप 20 सीट कैसे मांग रहे हैं.
बिहार में महागठबंधन में शामिल घटक दलों के नेता भले हीं सीटों के बटवारे को लेकर सबकुछ ठीक-ठाक होने का दावा कर रहे हों, लेकिन अंदरखाने घमासान चलने की बात सामने आ रही है. कांग्रेस के एक बरिष्ठ नेता के अनुसार तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह ने बिहारकांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को सीटों पर बातचीत के लिए बुलाया. लेकिन गोहिल ने साफ कहा है कि ये बातचीत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता के सामने होगी.
इस तरह शक्ति सिंह गोहिल के साथ वन- टू- वन बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह इसके लिए तैयार नहीं हुए. बिहार में कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह ने कहा है कि महागठबंधन में भी एनडीए की तरह आधे-आधे सीटों को फॉर्मूला तय किया जाना चाहिए. जिसके तहत 20-20 सीट कांग्रेस और राजद को आपस में बांटनी चाहिए. वहीं, अन्य दल अपने-अपने हिसाब से तय कर लें कि वह कांग्रेस के साथ रहेंगे या राजद के साथ रहेंगे.
कांग्रेस को 7 सीटों का ऑफर
उन्होंने कहा कि जो दल कांग्रेस के साथ होगी, उन्हें पार्टी अपनी तरफ से सीट देगी और जो राजद के साथ दल होंगे उन्हें वह अपनी तरफ से सीट ऑफर करेंगे. उन्होंने कहा कि यह सीट शेयरिंक का आसान तरीका है. ऐसा पहले भी हो चुका है.
बरिष्ठ कांग्रेसी नेता के अनुसार शक्ति सिंह गोहिल ने राजद से कहा दिया है कि केन्द्रीय नेत्रित्व की मांग 20 सीटों की है. लेकिन राजद के सूत्रों के अनुसार विधान सभा चुनाव के तर्ज पर राजद ने कांग्रेस को 7 सीट का ऑफर दिया है. कांग्रेस के नेता के अनुसार 7 सीट पर तो समझौता का कोई सवाल ही नहीं उठता है.
दरअसल, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पांच राज्यों में भाजपा की हार के बाद कांग्रेस का जो ग्राफ बढ़ा है, उसे वह बिहार में 7 सीटों पर समझौता कर नीचे नहीं गिराना चाहती .पिछले चुनाव में कांग्रेस 12 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और दो सीटों पर उसे सफलता मिली थी जबकि 27 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली राजद को केवल चार सीटों पर सफलता मिली थी. इस हिसाब से भी कांग्रेस का दावा राजद से ज्यादा सीटों पर बनता है.
शक्ति सिंह गोहिल का दो टूक
कांग्रेस इसी को आधार बनाकर 20 सीटों की मांग कर रही है. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने शक्ति सिंह गोहिल को फोन कर कहा है कि आपके पास तो चुनाव लड़ने के लिए 10 उम्मीदवार भी नहीं है फिर आप 20 सीट कैसे मांग रहे हैं. इसपर शक्ति सिंह गोहिल ने जबाब दिया है कि लालू जी आप चिंता कांग्रेस की मत कीजिये. कांग्रेस के पास बहुत पहलवान हैं.
जब-जब अपने विधान सभा और लोक सभा में कांग्रेस को भाव दिया है, तब तब केंद्र और राज्य में आपकी सरकार बनी है और जब-जब नहीं दिया आपको जेल जाना पड़ा है. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार 12 से कम सीट पर तो समझौता संभव ही नहीं है. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर कांग्रेस 12 सीटों पर लड़ती है तो राजद कितनी सीटें? फिर रालोसपा, हम, वीआईपी पार्टी और वाम दलों को कितनी सीटें मिलेंगी? वहीं, सपा और बसपा का क्या होगा?
अगर रालोसपा को 5 सीट, सन ऑफ़ मल्लाह को 2 सीट और हम पार्टी को 2 सीट, वाम दलों को 2 और सपा-बसपा को 1-1 सीट, शरद यादव को 1 सीट भी दिया जाता है तो राजद के लिए 14 से ज्यादा सीटें नहीं बचेगी. ऐसे में जाहिर है कि 17 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना चुकी राजद अगर खुद 14 सीटों पर चुनाव लडने को तैयार हो जाती है तभी बात बनेगी.
वहीं, श्याम सुंदर सिंह धीरज ने कहा है कि चेहरे को लेकर भी बातें साफ है. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बड़ा भाई होगा और विधानसभा चुनाव में राजद बिहार में बड़ा भाई होगा. क्योंकि सभी राज्यों में बड़े भाई की भूमिका में कांग्रेस है इसलिए राष्ट्रीय चुनाव में राहुल गांधी ही चेहरा होंगे. वहीं, स्टेट चुनाव में राजद का चेहरा होगा.