Maha political crisis: एकनाथ शिंदे पर एक्शन, संजय राउत ने कहा- महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना समूह के नेता पद से बर्खास्त किया गया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 21, 2022 04:58 PM2022-06-21T16:58:59+5:302022-06-21T18:02:56+5:30
Maha political crisis: सोमवार को महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों में शिवसेना के नेतृत्व वाले महा विकास आघाड़ी को झटका लगने के बाद एकनाथ शिंदे से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
Maha political crisis: शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी के समूह नेता पद से एकनाथ शिंदे को हटा दिया गया है। राउत ने संवाददाताओं से कहा कि शिंदे की जगह अजय चौधरी को विधानसभा में शिवसेना का समूह नेता बनाया गया है।
राउत ने कहा, ‘‘शिंदे को महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के समूह नेता पद से हटा दिया गया है।’’ सोमवार को महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों में शिवसेना के नेतृत्व वाले महा विकास आघाड़ी को झटका लगने के बाद शिंदे से संपर्क नहीं हो पा रहा है। वह पार्टी के कुछ विधायकों के साथ गुजरात के सूरत शहर स्थित एक होटल में डेरा डाले हुए हैं।
Shiv Sena leaders met the Deputy Speaker of Maharashtra Assembly Narhari Zirwal and handed over him a letter requesting to remove Eknath Shinde from the Legislative party leader's post and replace him with Ajay Chaudhary as Shiv Sena Legislative party leader. pic.twitter.com/95075UHVy9
— ANI (@ANI) June 21, 2022
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि वह कभी भी "सत्ता के लिए धोखा नहीं" देंगे और बाल ठाकरे से मिली सीखों को नहीं छोड़ेंगे। शिंदे अपनी पार्टी के कुछ विधायकों के साथ सूरत में हैं, जिससे राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है।
शिंदे ने मराठी में ट्वीट किया, "हम बालासाहेब के कट्टर शिवसैनिक हैं, जिन्होंने हमें हिंदुत्व का पाठ पढ़ाया। हम कभी भी सत्ता के लिए धोखा नहीं देंगे और सत्ता के लिए बालासाहेब एवं आनंद दीघे से मिली सीखों को कभी नहीं छोड़ेंगे।" शिंदे की वजह से महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पैदा होने के बीच यह उनकी पहली प्रतिक्रिया थी।
दिवंगत दीघे ठाणे से शिवसेना के दिग्गज नेता और शिंदे के राजनीतिक गुरु थे। शिंदे और सत्तारूढ़ शिवसेना के कुछ विधायकों ने संपर्क तोड़ लिया है और वे सूरत में ठहरे हुए हैं। उनके इस कदम से उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार की स्थिरता पर सवालिया निशान लगने लगा है। गठबंधन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस भी शामिल हैं।