Madhya Pradesh: शाह-नड्डा ने लगाई नामों पर मुहर, 30 जून को हो सकता है शिवराज कैबिनेट का विस्तार
By आदित्य द्विवेदी | Published: June 29, 2020 09:10 AM2020-06-29T09:10:35+5:302020-06-29T09:10:35+5:30
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्रिमंडल विस्तार का फाइनल ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है जिसपर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह की मुहर लग गई है।
दिल्ली में बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के साथ मैराथन बैठक के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल लौटेंगे। माना जा रहा है कि 30 जून को कैबिनेट विस्तार हो सकता है। 1 जुलाई से शिवराज सरकार नई टीम के साथ काम-काज शुरू करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्रिमंडल विस्तार का फाइनल ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है जिसपर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह की मुहर लग गई है।
रविवार को शिवराज ने की मैराथन बैठक
रविवार शाम को दिल्ली पहुंचते ही सबसे पहले शिवराज सिंह ने राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष के साथ मुलाकात की और फिर आधे घंटे बाद केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मिलने रवाना हो गए। इसके बाद शिवराज शाम करीब आठ बजे पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके आवास पर मिलने पहुंचे। यहां पर करीब सवा दो घंटे तक दोनों ने मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की। जेपी नड्डा के साथ मंथन के बाद मुख्यमंत्री रात में गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंच गए। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री सुहास भगत, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भी मौजूद थे। इस मैराथन बैठक में कैबिनेट विस्तार के फाइनल ड्राफ्ट पर चर्चा हुई।
अभी कुल 5 मंत्रियों से चल रही है सरकार
अभी मध्य प्रदेश राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री को छोड़कर कुल 5 मंत्री हैं। मंत्रिमंडल में शरीक होने वाले नए मंत्रियों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए लगभग नौ पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों को शरीक किया जा सकता है। इसके साथ ही भाजपा के अपने आधा दर्जन वरिष्ठ पूर्व मंत्रियों के साथ ही लगभग इतने ही नए चेहरे भी मंत्रिमंडल में जगह पा सकते हैं।
इनको मिल सकती है मंत्रिमंडल में जगह
जानकार सूत्रों के अनुसार कांग्रेस से भाजपा में आए सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रभुराम चौधरी के साथ ही पूर्व विधायक राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, एंदल सिंह कंसाना, हरदीप डंग, रणवीर जाटव और बिसाहूलाल सिंह मंत्रिमंडल में जगह पा सकते हैं।
भाजपा के कद्दावर नेता माने जाने वाले पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के साथ ही पूर्व मंत्री विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन, यशोधरा राजे, राजेंद्र शुक्ला, रामपाल सिंह और भूपेंद्र सिंह ठाकुर को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके साथ हीपूर्व मंत्री संजय पाठक, अजय विश्नोई, नागेंद्र सिंह नागोद, जगदीश देवड़ा, बृजेंद्र सिंह और हरिशंकर खटीक को भी मंत्री बनाए जाने पर विचार किया जा सकता है।
राजधानी भोपाल से पूर्व राज्य मंत्री विश्वास सांरग और विधायक रामेश्वर शर्मा को मंत्री बनाया जा सकता है। वही इंदौर से रमेश मेंदोला और मालिनी गौड़ में से कोई एक मंत्री बन सकता है। इसके साथ ही उज्जैन के विधायक डॉ. मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा के भतीजे सुरेन्द्र पटवा का नाम भी मंत्री बनने की संभावित सूची में है।
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