मध्य प्रदेश: जिला योजना समिति की बैठक में सांसद और प्रभारी मंत्री भिड़े
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 22, 2020 08:01 AM2020-01-22T08:01:03+5:302020-01-22T08:01:03+5:30
मध्य प्रदेश के देवास के प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी और स्थानीय सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी के बीच जिला योजना समिति की बैठक में जमकर कहासुनी हुई। बैठक में सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी ने पटवारी से कह दिया कि अगली बार तुम मंत्री नही बनोगे तो मंत्री पटवारी ने भी कह दिया कि तुम्हें बैठक से बाहर निकाल दूंगा।
मध्य प्रदेश के देवास के प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी और स्थानीय सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी के बीच जिला योजना समिति की बैठक में जमकर कहासुनी हुई। बैठक में सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी ने पटवारी से कह दिया कि अगली बार तुम मंत्री नही बनोगे तो मंत्री पटवारी ने भी कह दिया कि तुम्हें बैठक से बाहर निकाल दूंगा।
आज जिला योजना समिति की बैठक मंगलवार सुबह 11 बजे कलेक्टरेट के सभाकक्ष में आयोजित की गई। इसमें अध्यक्षता करने उच्च शिक्षा एवं खेल युवक कल्याण विभाग एवं जिले के प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी पहुंचे थे। बैठक में मंत्री पटवारी और सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी के बीच जमकर नोक-झोंक हुई। बैठक के बाहर निकलते ही कांग्रेसियों ने सांसद को काले झंडे दिखाए। इस दौरान भाजपा-कांगे्रस कार्यकर्ताओं में जमकर विवाद हुआ। अफसर भी इस दौरान फंसे रहे।
बैठक चालू होते ही सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी आए तो उनका कहना था कि मेरी कुर्सी प्रोटोकॉल के हिसाब से नहीं लगी है। मैं प्रभारी मंत्री के पास ही बैठूंगा। इसके बाद उनकी कुर्सी मंत्री के पास लगाई गई। मंत्री पटवारी के पास कांग्रेस शहर अध्यक्ष मनोज राजानी भी बैठे हुए थे।
सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने कुछ दिन पहले राजानी की गंगा इंडस्ट्रीज पर अवैध निर्माण की शिकायत कलेक्टर से की थी। वहां कार्रवाई नहीं होने पर बैठक में इस मुद्दे को लेकर सांसद ने कलेक्टर को घेरा। इस पर राजानी बिफर गए और सांसद पर व्यक्तिगत मामला बीच में लाने का आरोप लगाया।
गहमागहमी में वहां बैठे भाजपा-कांग्रेस प्रतिनिधि भी जोर जोर से बोलने लगे। इसके बाद बहस बढ़ती गई। सांसद ने पटवारी को यहां तक कह दिया कि आप अगली बार मंत्री नहीं बन पाओगे।
सांसद का कहना था कि शहर में अवैध निर्माण तोडऩे के नाम पर अफसर वसूली में लगे हुए हैं। जनता परेशान है। मंत्री पटवारी से कहा कि आप तो जिला योजना समिति की सिर्फ औपचारिक मीटिंग लेने 3 महीने में आ जाते हैं। मंत्री पटवारी ने कहा कि मैं आपको बैठक से बाहर कर सकता हूं। ये मेरे पॉवर में है।
सांसद जनप्रतिनिधि है और उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मेरा अपमान किया है। इसका सबक सिखाया जाएगा । हंगामे के बाद बैठक में एजेंडा अनुसार चर्चा हुई । बैठक में प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजनांतर्गत स्वीकृत कार्यों की समीक्षा, सर्वशिक्षा अभियान के तहत गतिविधियों की समीक्षा, बेटी बचाओं अभियान, प्रधानमंत्री मातृ योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, राजस्व प्रकरणों का निराकरण, पशुओं के टीकाकरण की स्थिति एवं गौशाला निर्माण की अद्यतन स्थिति, अजा, अजजा अत्याचार निवारण अधिनियम की समीक्षा तथा अन्य एजेंडों पर चर्चा हुई।