मध्य प्रदेश: नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव पुलिस पर बरसे, कहा- कानून के रक्षक ही बने भक्षक
By राजेंद्र पाराशर | Published: June 22, 2019 08:04 PM2019-06-22T20:04:01+5:302019-06-22T20:04:01+5:30
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि प्रदेश में कानून के रक्षक ही अब भक्षक बन गए हैं. पुलिस द्वारा की जा रही बर्बरता की घटनाएं लगातार सामने आना चिंताजनक बात है. प्रशासनिक बर्बरता की ऐसी घटनाएं निंदनीय हैं.
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि प्रदेश में कानून के रक्षक ही अब भक्षक बन गए हैं. पुलिस द्वारा की जा रही बर्बरता की घटनाएं लगातार सामने आना चिंताजनक बात है. प्रशासनिक बर्बरता की ऐसी घटनाएं निंदनीय हैं.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा की बीते 6 माह में ऐसे अनेक मामले संज्ञान में आये हैं, जिनमे झूठे केस दर्ज किए जा रहे हैं तो कही फरियादी को ही आरोपी बना दिया जाता है. उन्होंने कहा कि अकेले राजधानी में ही बीते 12 दिनों में यह छठवीं घटना है, जिसमें खाकी पर ही दाग लगा है.
6 जून को कोलार पुलिस ने मामूली एक्सीडेंट को लेकर व्यापारी के साथ जमकर मारपीट की थी. पुलिस पर ही चोरी का आरोप भी लगा. 6 जून को ही ईटखेड़ी पुलिस ने युवक से मारपीट और जबरन वसूली को अंजाम दिया. 9 जून को माण्डवा बस्ती में नाबालिग के साथ हुई दुष्कृत्य की घटना में पुलिस की लापरवाही सामने आई.
16 जून को कोतवाली पुलिस द्वारा एक युवक को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 25 हजार रुपए मांगने की घटना भी सबके सामने आई है. उन्होंने कहा कि पुलिस हिरासत में शिवम मिश्रा की मौत यह सोचने पर मजबूर करने वाली घटना है कि जहां मुख्यमंत्री और उनकी पूरी सरकार बैठी है, वहीं अगर ये हाल हैं तो प्रदेश में कितनी भयावह स्थिति होगी.
'सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश भर में पुलिस की तानाशाही और बर्बरता देखने को मिल रही है. जहां पुलिस ने अपनी वर्दी का रौब दिखाते हुए मारपीट के आरोप में न केवल एक पक्षीय कार्रवाई की, बल्कि बेकसूर व्यक्ति को बंधक बनाकर बेरहमी से पीट-पीटकर मरणासन्न हालात में पहुँचा दिया. विधानसभा सत्र में हम इसे लेकर प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा करेंगे.