कमलनाथ सरकार अपने कामकाज और योजनाओं का कराएगी सर्वे, अगले महीने होगा शुरू
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 15, 2019 07:31 PM2019-07-15T19:31:11+5:302019-07-15T19:32:20+5:30
आनंद विभाग ने आईटीआई खड़कपुर से फार्म तैयार कराया है. इस सर्वे फार्म में प्रशासन और सरकार के कामकाज को लेकर सवाल पूछे जाएंगें.
मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार अब अपने कामकाज का सर्वे कराएगी. ये सर्वे आनंद विभाग के द्वारा सितम्बर से कराया जाएगा. उसके बाद ये रिपोर्ट मार्च में आएगी. आईआईटी खड़गपुर ने सर्वे के लिए फार्म तैयार कर लिया है. मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने अपने कामकाज का सर्वे आम लोगों से कराने का फैसला लिया है. सर्वे का कार्य अगले सितंबर माह से शुरु होगा.
यह सर्वे राज्य का आनंद विभाग करेगा. आनंद विभाग ने आईटीआई खड़कपुर से फार्म तैयार कराया है. इस सर्वे फार्म में प्रशासन और सरकार के कामकाज को लेकर सवाल पूछे जाएंगें. 11 पेज के इस फार्म में 30 सवाल होंगे. इसके बाद सरकार की योजनाओं और कामकाज का आंकलन होगा.
बताया जा रहा है कि हर जिले के 2 ब्लाक और ब्लाक के 4 गांवों में सर्वे कराया जाएगा.इस सर्वे में यह साफ हो सकेगा कि सरकार की कौन सी योजनाएं और कितना प्रभावकारी है, लोगों की कैसी अपेक्षाएं हैं और इन्हे कैसे पूरा किया जा सकता हैं. जाहिर है यह सारी कवायद लोक हितकारी योजनाओं का पता लगाने के लिए की जा रही है.
सर्वे फार्म के जरिए सरकार के कामकाज के अलावा पुलिस के कार्य व्यवहार, स्थानीय प्रशासन, पंचायत और नगरीय निकाय के कामकाज की संतुष्टि भी की जाएगी. साथ ही लोगों से भ्रष्टाचार को लेकर उनकी राय भी जानी चाहिए.
इसके अलावा सर्वे करने वाले आम लोगों से स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, स्वच्छता से जुड़ी योजनाओं की जानकारी भी लेंगे. सर्वे के इस फार्म में 17 क्षेत्रों से जुड़े सवाल होंगे, जिसमें व्यक्तिगत सकुलशल सूचकांक, परिवहन, सामाजिक समावेशिता, समय का उपयोग, जीवन में सार्थकता आदि क्षेत्र शामिल किए गए हैं.
आनंद संस्थान से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि आनंद विभाग प्रदेश में नए सिरे से सर्वे करने जा रहा है, जिसमें लोगों के आनंद का पैमाना जाना जाएगा. इस सर्वे के जरिए सरकार की योजनाओं और कामकाज का आकलन भी किया जाएगा. यह देखा जाएगा कि योजनाओं का लाभ किस तरह से लोगों को मिल रहा है, अगर नहीं मिल रहा है तो उसके क्या कारण हैं.
रिपोर्ट के आधार पर होगा कामकाज का बदलाव
आनंद विभाग द्वारा कराए जाने वाले इस सर्वे में हर जिले के दो-दो ब्लाक और हर ब्लाक के चार गांव के करीब 50 से 100 लोगों से ये फार्म भरवाए जाएंगे. फार्म में 30 प्रश्न होंगे और 30 मिनट में लोगों की राय को जाना जाएगा.आनंद विभाग अपने सर्वे की रिपोर्ट मार्च माह में देगा. इसके बाद सरकार इस रिपोर्ट के आधार पर अपने कामकाज में बदलाव लाएगी. सर्वे के आधार पर योजनाओं का आकलन किया जाएगा. जिन योजनाओं का लाभ लोगों को कम मिल रहा है, उनक कारणों को जानकारी उसका सरलीकरण किया जाएगा, ताकि लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके.बदलाव के सकारात्मक परिणाम देखने के लिए सरकार द्वारा एक साल के बाद फिर से दूसरा सर्वे कराया जाएगा.