BSP विधायक ने कहा- गोवा और कर्नाटक की तरह मध्यप्रदेश सरकार को भी खतरा
By राजेंद्र पाराशर | Published: July 18, 2019 08:57 PM2019-07-18T20:57:02+5:302019-07-18T20:57:02+5:30
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस और सरकार को समर्थन देने वाले बसपा, सपा एवं निर्दलीय विधायकों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में बसपा के दोनों विधायक राम बाई और संजीव कुशवाह उपस्थित नहीं हुए.
मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को समर्थन देने वाले बसपा विधायक इन दिनों सरकार के मंत्रियों से नाराज हैं. विधायक दल की बैठक में भी दोनों विधायक नहीं पहुंचे और मंत्रियों के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई. बसपा विधायक रामबाई ने तो यहां तक कह दिया कि प्रदेश में कर्नाटक और गोवा जैसे हालात बन सकते हैं, उन्हें अब भी मंत्री नहीं बनाया तो फिर कब बनाया जाएगा.
दरअसल मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस और सरकार को समर्थन देने वाले बसपा, सपा एवं निर्दलीय विधायकों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में बसपा के दोनों विधायक राम बाई और संजीव कुशवाह उपस्थित नहीं हुए. दोनों विधायकों की नाराजगी नजर आई. बसपा की रामबाई ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उनके परिजनों पर कई केस लगा दिए गए. उस पर अब तक सुनवाई नहीं हुई है. कुछ मंत्रियों का व्यवहार ठीक नहीं है. इस बाबत वह मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखेंगी.
उन्होंने कहा कि हम लोग मंत्रियों के पास क्षेत्र की समस्याओं को लेकर जाते हैं. जनता ने हमें चुनकर भेजा है, अगर उनके काम नहीं होंगे तो मन में पीड़ा होगी. उन्होंने मंत्री ना बनाए जाने पर फिर नाराजगी दिखाई. रामबाई का कहना था कि कर्नाटक व गोवा की तरह प्रदेश सरकार को भी खतरा है. ऐसी स्थिति में भी हमें कुछ नहीं मिला तो क्या फायदा. उन्होने कहा कि यदि उनको अभी मंत्री नहीं बनाया गया तो फिर कब बनाया जाएगा.
वहीं बसपा के दूसरे विधायक संजीव कुशवाहा से बैठक में शामिल नहीं होने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार से नहीं कुछ मंत्रियों से नाराजगी है. कांग्रेस विधायक दल की बैठक थी, जरूरी नहीं हर बार बैठक में हम लोग शामिल हों. कमलनाथ सरकार को पांच साल का समर्थन रहेगा. मध्यप्रदेश में कर्नाटक जैसे कोई हालात नहीं है.
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के बाद से ही रामबाई मंत्री ना बनाए जाने से नाराज चल रही है. इसको लेकर वे कई बार सरकार को भी चेतावनी दे चुकी है. हालांकि उनको सरकार की तरफ से आश्वासन मिला है कि उन्हें जल्द मंत्री बनाया जाएगा, लेकिन लगातार देरी के चलते बार बार विधायकों की सरकार के प्रति नाराजगी जगजाहिर हो रही है.