मध्यप्रदेश चुनाव 2018: कांग्रेस 12 बजे करेगी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात, मायावती ने समर्थन देकर साफ किया सत्ता का रास्ता
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 12, 2018 11:06 AM2018-12-12T11:06:40+5:302018-12-12T11:27:02+5:30
मध्यप्रदेश में विधान सभा की कुल 200 सीटें हैं। कांग्रेस 114 सीटें जीतकर राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। बीजेपी 109 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है।
कांग्रेस नेता बुधवार को दोपहर 12 बजे मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करेंगे। मंगलवार को आए मध्यप्रदेश विधान सभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस ने राज्य में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी थी। कांग्रेस ने मंगलवार शाम ही राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। राज्य की कुल 230 विधान सभा सीटों में से कांग्रेस को 114 पर जीत मिली है।
मध्यप्रदेश में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 116 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी। बुधवार सुबह बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की है। बीएसपी ने एमपी चुनाव में दो सीटें जीती हैं। वहीं अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक सीटी जीती है। सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने मंगलवार को ही कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी।
माना जा रहा है कि कांग्रेस मध्यप्रदेश में चुनाव जीतने के बाद चुनाव जीतने वाले सभी निर्दलीय विधायकों से संपर्क किया है। कांग्रेस का दावा है कि निर्दलीय विधायक उसे समर्थन देंगे।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को कुल 109 सीटों पर जीत मिली है। बीजेपी ने मंगलवार को कहा था कि वो भी राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेगी लेकिन बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस्तीफे की घोषणा के साथ स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाने का दावा नहीं करेगी।
शिवराज सिंह चौहान साल 2002 से ही राज्य के मुख्यमंत्री थे। उनके नेतृत्व में बीजेपी ने मध्यप्रदेश में तीन चुनाव जीते थे। बीजेपी ने 2018 के विधान सभा चुनाव में उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया था।
Congress delegation to meet Madhya Pradesh Governor at 12 noon to stake claim to form govt. #AssemblyElectionResults2018pic.twitter.com/b1IgLj3guN
— ANI (@ANI) December 12, 2018
कौन होगा कांग्रेस का मुख्यमंत्री?
मध्यप्रदेश चुनाव में कांग्रेस के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के साथ ही यह सवाल मौजूँ हो गया कि राज्य में कांग्रेस किसी मुख्यमंत्री बनाएगी। चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाया था। वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने चुनाव प्रचार में पूरी सक्रियता दिखायी।
चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता एके एंटनी को मध्यप्रदेश विधायक दल से मुलाकात करने के लिए पर्यवेक्षक बनाकर भोपाल भेजा है। माना जा रहा है कि एंटनी ही राज्य के सीएम के नाम पर अंतिम मुहर लगाएंगे।
राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि कांग्रेस बहुमत से दो सीट कम है इसलिए कमलनाथ जैसे अनुभवी नेता के हाथ में सूबे की कमान दी जाएगी ताकि वो बहुमत का नाजुक संतुलन बरकरार रखें। माना जाता है कि राहुल की निजी पसंद सिंधिया हैं लेकिन पार्टी को पूर्ण बहुमत न मिलने की वजह से उनका दावा कमजोर पड़ गया है।
देखें मध्यप्रदेश चुनाव में दलवार स्थिति
दल का नाम | विजयी | आगे | कुल |
---|---|---|---|
इंडियन नेशनल कांग्रेस | 114 | 0 | 114 |
बहुजन समाज पार्टी | 2 | 0 | 2 |
भारतीय जनता पार्टी | 109 | 0 | 109 |
समाजवादी पार्टी | 1 | 0 | 1 |
निर्दलीय | 4 | 0 | 4 |
कुल | 230 | 0 | 230 |