मध्य प्रदेश चुनाव: एग्जिट पोल से सहमी बीजेपी-कांग्रेस, गठबंधन के लिए सपा-बसपा से कर रही हैं संपर्क
By राजेंद्र पाराशर | Published: December 10, 2018 08:02 AM2018-12-10T08:02:38+5:302018-12-10T12:06:40+5:30
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी लगातार प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों से फीडबेक ले रहे हैं।
मध्यप्रदेश में एग्जिट पोल के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल चिंतित है, तो बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी में कुछ खुशियां भी नजर आ रही है। सपा, बसपा के प्रदेश के नेता लगातार मायावती और अखिलेश यादव के संपर्क में हैं और भविष्य का आकलन भी कर रहे हैं। इन नेताओं को इस बात का भरोसा है कि गठबंधन की सरकार बनेगी और उनकी अहम भूमिका हो सकती है।
मध्यप्रदेश में 11 दिसंबर को मतगणना होनी है, इसके पहले आए एग्जिट पोल के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों की चिंता बढ़ गई है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने-अपने हिसाब से सरकार बनाने की जमावटें भी तेज कर दी है। बागियों और निर्दलीयों जिनके जीतने की संभावना बन रही है, उनसे दोनों ही दलों ने संपर्क भी बढ़ाना शुरु कर दिया है। इसके अलावा दोनों ही दलों ने बहुमत का आकड़े तक नहीं पहुंचने की स्थिति में किसके सहारे सरकार बना सकें इसके प्रयास भी तेज कर दिए हैं।
भाजपा में इसके लिए बैठकों का दौर भोपाल से लेकर दिल्ली तक जारी है। दिल्ली में खुद अमित शाह बैठकें ले रहे हैं। उन्होंने केन्द्रिय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा को दिल्ली तलब किया और आज उनसे सरकार बनाने को लेकर मंथन किया। वहीं कांग्रेस में खुद प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इस मामले में कमान संभाले हुए हैं। कमलनाथ वैसे तो इस बाद का लगातार दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस बहुमत के सहारे प्रदेश में सरकार बना रही है, मगर वे मौन नहीं है। कांग्रेस के बागियों और निर्दलियों से उनका भी संपर्क जारी है।
माया-अखिलेश कर रहे मंथन
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मायासिंह ने एग्जिट पोल के बाद एक रिपोर्ट प्रदेश संगठन से बुलाई। इस रिपोर्ट में यह बताया कि बसपा को 10 से 15 सीटें मिल सकती है और 30 सीटों पर वह त्रिकोणीय मुकाबलें में है। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हम अपना आकलन कर रहे हैं। हमने पूरी जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेज दी है।
चुनाव परिणाम के बाद उनका जैसा आदेश होगा, वैसा हम कदम उठाएंगे। इसी तरह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी लगातार प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों से फीडबेक ले रहे हैं। अखिलेश ने भी जीत की संभावना वाले विधानसभा क्षेत्रों की जानकारी मंगवाई है। पार्टी के प्रवक्ता यश यादव का कहना है कि सपा ने इस बार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन कर 52 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। 20 स्थानों पर हमारे प्रत्याशी चुनौती दे रहे हैं। हमें 9 से 10 स्थानों पर जीत की उम्मीद है। उनका कहना है कि इस बार किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा। इस लिहाज से सरकार बनाने में उनकी अहम भूमिका होगी।