कांग्रेस हार का ठीकरा ईवीएम पर फोडे़गी, शिवराज सिंह चौहान बोले, 200 पार का नारा नहीं, हकीकत है
By राजेंद्र पाराशर | Published: December 5, 2018 11:07 PM2018-12-05T23:07:59+5:302018-12-05T23:07:59+5:30
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मतदान के बाद आज आयोजित कैबिनेट की बैठक में कहा कि भले ही हम मतदान के बाद नीतिगत फैसला नहीं कर सकते हैं लेकिन जो दैनंदिन कार्य हैं वे तो हमें करना ही चाहिए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां भरोसा जताया कि विधानसभा चुनाव में भाजपा शानदार बहुमत प्राप्त कर रही है। आपने कहा कि हम फिर चौथी बार सरकार बनाने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुत प्राप्त कर रही है। जब उनसे पूछा गया कि क्या भाजपा 200 पार के नारे पर अब भी कायम है, तो उन्होंने कहा कि नतीजों के बाद आप जान जाएंगे कि 200 पार का नारा नहीं हकीकत है।
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कैसा था राजस्थान में चुनाव प्रचार
मुख्यमंत्री से जब पूछा गया कि वे हाल ही के दिनों में राजस्थान में चुनाव प्रचार करने गए हैं तो वहां उन्हें कैसा माहौल लगा। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जिन स्थानों पर सभाएं करने गए वहां के माहौल को देख कर उन्हें लगा कि राजस्थान में भाजपा की सरकार फिर बनने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर मतदान की निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े किए और अनर्गल प्रलाप का आरोप लगाया। आपने कहा कि कांग्रेस मतदान के रोज से ही अनर्गल प्रलाप कर रही है। मतदान के दिन ही लगभग 3 बजे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव आयोग को पत्र लिख दिया था। आपने कहा कि संवैधानिक संस्था निर्वाचन आयोग और ईवीएम पर इस तरह सवाल उठाना ठीक नहीं है।
शिवराज ने कहा- कांग्रेस अपनी आसन्न पराजय का ठीकरा ईवीएम और चुनाव आयोग पर फोड़ेगी
कांग्रेस अपनी आसन्न पराजय का ठीकरा ईवीएम और चुनाव आयोग पर फोड़ना चाह रही है। कांग्रेस की निगाह में चुनाव आयोग, अधिकारी, कर्मचारी और पुलिस बेईमान है। यह प्रशासन पर दबाव बनाने का अनुचित प्रयास है। आपने कहा कि चुनाव आयोग और अधिकारियों ने भाजपा के साथ ज्यादा सख्ती की है। कई बार तो यह सख्ती अमानवीयता को पार कर गई। वे 27 नवंबर को अपने एक मित्र के अंतिम संस्कार में विदिशा जाना चाह रहे थे लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिली। लेकिन मैंने तो कोई इसकी शिकायत नहीं की। आपने कहा कि संवैधानिक संस्था निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता पर इस तरह सवाल खड़े किए जाना अनुचित है। इससे संवैधानिक संस्थाओं के प्रति अविश्वास पैदा होता है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मतदान के बाद आज आयोजित कैबिनेट की बैठक में कहा कि भले ही हम मतदान के बाद नीतिगत फैसला नहीं कर सकते हैं लेकिन जो दैनंदिन कार्य हैं वे तो हमें करना ही चाहिए। चाहे वह उर्वरक की विक्री का मामला हो या जीका वायरस का प्रकोप। हम जनता को भाग्य के भरोसे नहीं छोड़ सकते हैं। यह हमारा नैतिक जिम्मेदारी है। कैबिनेट की बैठक को लेकर कांग्रेस ने इस तरह हंगामा कर दिया जैसे कोई संवैधानिक संकट खड़ा हो गया हो। आपने कहा कि हमें चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर पूरा भरोसा है। अगर कहीं कोई लापरवाही हुई है तो उसके बारे में चुनाव आयोग को ही फैसला करना है या कार्रवाई करना है।