मध्य प्रदेश: अपने बयान को लेकर घिरे दिग्विजय सिंह, मंदिरों के बाहर बाहर लगे 'नो एंट्री' के पोस्टर
By स्वाति सिंह | Published: September 19, 2019 07:16 PM2019-09-19T19:16:18+5:302019-09-19T19:16:18+5:30
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वियज सिंह ने कहा था भगवा वस्त्र पहनकर 'बलात्कार' हो रहे हैं, और 'हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा।'
अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं। दिग्विजय सिंह की मंदिर में दुष्कर्म के बयान के बाद मध्य प्रदेश में कई मंदिरों के बाहर उनके खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं।
इस पोस्टर में उन्हें मंदिरों में प्रवेश न देने की मांग की गई है। मंदिर के बाहर लगे पोस्टर में लिखा गया है, 'हिंदू समाज की यही पुकार, हिंदू विरोधी दिग्विजय सिंह के लिए मंदिरों के दरवाजे बंद हों बंद हों। निवेदक- हिंदू समाज'। इस पोस्टर में क्रास किया दिग्विजय सिंह का फोटो है।
बता दें कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वियज सिंह ने कहा था भगवा वस्त्र पहनकर 'बलात्कार' हो रहे हैं, और 'हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा।'
दिग्विजय सिंह ने यहां संत समागम को सम्बोधित करते हुए कहा था कि भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं। भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं। मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं, क्या यही हमारा धर्म है? हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा।’’ सिंह का इशारा पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री एवं भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद की ओर था जिन पर कानून की एक छात्रा ने बलात्कार के आरोप लगाये हैं। छात्रा ने इस मामले में सोमवार को अदालत में अपने बयान दर्ज कराए।
हालांकि, बाद में दिग्विजय सिंह ने अपने बयान पर सफाई दी है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया था कि हिंदू संत हमारी सनातन आस्था का प्रतीक हैं, इसलिए उनसे उच्चतम आचरण की अपेक्षा है। अगर संत वेश में कोई भी गलत आचरण करता है तो उसके खिलाफ आवाज उठनी ही चाहिए। सनातन धर्म, जिसका मैं स्वयं पालन करता हूं, उसकी रक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी ही है।