मध्य प्रदेशः दिग्विजय सिंह ने कहा- मुख्यमंत्री और मंत्री नहीं सुन रहे तो मुझे बताएं विधायक
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 7, 2019 06:35 PM2019-07-07T18:35:02+5:302019-07-07T18:36:16+5:30
मध्यप्रदेश विधानसभा में चल रहे नवनिर्वाचित विधायकों के प्रबोधन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायकों की अगर मुख्यमंत्री, मंत्री नहीं सुन रहे हैं तो वे मुझे बताएं
भोपाल, 7 जुलाईः मध्यप्रदेश विधानसभा में चल रहे नवनिर्वाचित विधायकों के प्रबोधन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायकों की अगर मुख्यमंत्री, मंत्री नहीं सुन रहे हैं तो वे मुझे बताएं. वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने विधायकों को सरकार को किस तरह से सदन में घेरा जाता है, उसकी जानकारी दी.
विधायकों को प्रबोधन देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंंह ने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायकों की अगर मुख्यमंत्री, मंत्री नहीं सुन रहे हैं तो वे मुझे बताएं. नवनिर्वाचित विधायकों के प्रबोधन कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह ने राज्य में कार्यरत सरकारी अधिकारियों पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल के 15 सालों में अधिकारी कर्मचारी ज्यादा मजबूत हो गए हैं. मुख्यमंत्री कमलनाथ को लंबा प्रशासनिक अनुभव है, वो सभी ठीक कर देंगे. प्रबोधन कार्यक्रम में दिग्विजय सिंंह ने प्रश्न, प्रश्नकाल और आधा घंटे की चर्चा को लेकर अपना प्रबोधन दिया.
अविश्वास प्रस्ताव के चलते गिर चुकी है पांच सरकारें
प्रबोधन कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने सरकार को घेरने के तरीकों की जानकारी दी.उन्होंने कहा कि सदन में अध्यक्ष की असीमित शक्तियां होती है, लेकिन विधायक गहन अध्ययन, नियम, प्रक्रिया और घटनाओं के साथ संसदीय ज्ञान के आधार पर सरकार को जवाब देने के लिए विवश कर सकते हैं.अविश्वास प्रस्ताव की ताकत को लेकर उन्होंने कहा कि देश की पांच सरकारें इसी नियम के तहत गिर चुकी है. इन सरकारों में पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह, वी.पी.सिंह, एच.डी. देवगौड़ा और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकारें थी. उन्होंने कहा कि विधानसभा में सरकार को घेरने के लिए आप नियम 53 के तहत स्थगन प्रस्ताव के तहत सरकार को घेर सकते हैं. पचौरी ने लोक महत्व के प्रश्नों पर भी प्रबोधन दिया.
नहीं पहुंचे शिवराज
नवनिर्वाचित विधायकों के आज दूसरे दिन के प्रबोधन कार्यक्रम में पूर्व मुख्यंत्री शिवराज सिंह चौहान को बजट पर अपना प्रबोधन देना था, मगर वे आज इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे.अंतिम समय में जब उनके नहीं आने की सूचना मिली तो उनके स्थान पर पीआरएस संस्था के प्रतिनिधियों ने बजट को लेकर विधायकों को प्रबोधन दिया.
भोपाल को बनाएंगे एजुकेशन हब
दिग्विजय सिंह ने भोपाल में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मैं जीतूं या हारुं भोपाल में संसदीय क्षेत्र रहेगा. मैंने भोपाल में मतदाता बनने का निर्णय लिया है और इसके लिए आवेदन भी कर दिया है. इस दौरान उन्होंने भोपाल के विकास को लेकर कई घोषणाएं की. उन्होंने कहा कि भोपाल और इंदौर के बीच 6 लेन हाईवे बनाएंगे. इसको लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा हुई है. उन्होंने कहा कि भोपाल में मोहल्ला क्लीनिक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही भोपाल को कल्चरल, आर्ट और एजुकेशन हब बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर कोटा ऐजुकेशन हब बन सकता है तो भोपाल क्यों नहीं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार ने हमें 50 एकड़ जमीन दी है, हम वहां स्पोर्ट क्लब बनाएंगे.