मध्य प्रदेश: दिग्विजय सिंह ने सीएम कमलनाथ को याद दिलाया विधानसभा चुनाव के दौरान दिया वचन
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 5, 2019 09:06 PM2019-09-05T21:06:31+5:302019-09-05T21:06:31+5:30
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले दिए गए वचन पत्र में प्रदेश के अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था. कांग्रेस ने कहा था कि सत्ता में आने के तीन महीने के भीतर शिक्षकों को नियमित कर दिया जाएगा.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के बीच चल रही रार अब भी थमने का मना नहीं ले रही है. वन मंत्री उमंग सिंघार से विवाद के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को विधानसभा चुनाव में शिक्षकों को दिया वचन पूरा करने की याद दिलाई है. उन्होंने शिक्षक दिवस के बहाने मुख्यमंत्री से चुनावी घोषणा पत्र के वादों को पूरा करने की बात कही है.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर वन मंत्री उमंग सिंघार द्वारा लगाए गए आरोपों पर तो सिंह का अब तक कोई बयान नहीं आया, मगर आज उन्होंने अपनी चुप्पी सोशल मीडिया के माध्यम से तोड़ी. सिंह ने फेसबुक और ट्वीटर अकांउट पर लिखा है कि शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएं. अतिथि शिक्षक व अतिथि विद्वान शिक्षकों को कांग्रेस वचन पत्र में किए गये वादों को हमें पूरा करना है. मुझे विश्वास है मुख्य मंत्री कमल नाथ कांग्रेस वचन पत्र में किया गया हर वचन पूरा करेंगे.
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले दिए गए वचन पत्र में प्रदेश के अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था. कांग्रेस ने कहा था कि सत्ता में आने के तीन महीने के भीतर शिक्षकों को नियमित कर दिया जाएगा. गुरुजियों की भांति अतिथि शिक्षकों को भी नियमित करने की घोषणा भी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की थी, जिसकी गारंटी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ली थी, और कहा था कि 90 दिनों के भीतर अतिथि शिक्षकों का नियमितिकरण किया जाएगा. कांग्रेस को प्रदेश की सत्ता में आए 8 महीने हो गए हैं, लेकिन यह वादा पूरा नहीं हो सका है. यही वजह है कि दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ से शिक्षक दिवस पर शिक्षकों से किए गए वादे को पूरा करने की याद दिलाई है.
क्या इसे सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप माना जाए
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने चुटकी लेते हुए कहा कि क्या इसे भी सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप माना जाए. इस पर भाजपा नेता पाराशर ने कहा कि सिंह ने आज एक बार फिर मुख्यमंत्री कमलनाथ को कुछ याद दिलाया है. क्या इसे भी सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप माना जाए.
अतिथि शिक्षकों ने निकाली तिरंगा यात्रा
अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के नेतृत्व में आज राजधानी में अतिथि शिक्षकों ने तिरंगा यात्रा निकाली. प्रदेश भर से बड़ी संख्या में इस यात्रा में शामिल होने के लिए अतिथि शिक्षक आए थे. अतिथि शिक्षकों ने यादगार-ए-शाहजहांनी पार्क में धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि ये सरकार अतिथि शिक्षकों को नियमित करने काअपना वचन भूल गई है. यही याद दिलाने के लिए आज आए हैं.
कर्मचारियों की मांग है कि कांग्रेस सरकार अपने वचन के अनुसार उन्हें नियमित करे. संघ के कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार कुशवाहा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ तो कांग्रेस सरकार रोजगार देने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ अतिथि शिक्षकों की रोजी रोटी छीनी जा रही है. समिति के पदाधिकारियों के अनुसार, धरने में प्रदेशभर से हजारों की संख्या में अतिथि शिक्षक शामिल हुए हैं. इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी आई हैं.