कोरोना संक्रमणः 84 दिन बाद मंदिर ओपन, मुख्यमंत्री चौहान ने करुणाधाम आश्रम में माथा टेका
By शिवअनुराग पटैरया | Published: June 15, 2020 06:10 PM2020-06-15T18:10:04+5:302020-06-15T18:10:04+5:30
आश्रम में पहुंचकर मुख्यमंत्री ने माता रानी से प्रार्थना की कि नागरिकों को इस विपदा से रक्षा में आशीर्वाद प्रदान करें। इस अवसर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ ही अन्य श्रद्धालुओं ने भी आश्रम में जाकर शीश झुकाया और प्रार्थना की।
भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह करुणा धाम आश्रम में माथा टेका। कोरोना संक्रमण के फलस्वरूप लॉकडाउन लागू होने के बाद 84 दिन बाद मंदिर धर्मस्थल खोलने पर मुख्यमंत्री चौहान आश्रम गए और माथा टेका।
आश्रम में पहुंचकर मुख्यमंत्री ने माता रानी से प्रार्थना की कि नागरिकों को इस विपदा से रक्षा में आशीर्वाद प्रदान करें। इस अवसर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ ही अन्य श्रद्धालुओं ने भी आश्रम में जाकर शीश झुकाया और प्रार्थना की।
राजधानी में 52 नए मरीज मिले
राजधानी भोपाल में आज कोरोना के 52 नए मामले सामने आए. इसके साथ ही भोपाल में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर 2247 हो गई है. भोपाल में आज कोरोना से ठीक होकर 42 लोग चिरायु अस्पताल से घर चले गए. इसके साथ ही भोपाल में कोरोना से ठीक होंने वालें की संख्या 1552 हो गई.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि रिकवरी रेट में मध्य प्रदेश भारत में दूसरे स्थान पर है. म.प्र. की रिकवरी रेट 71.1 प्रतिशत हो गई है, जबकि भारत की 50.6 प्रतिशत है.
राजस्थान की सर्वाधिक 75.3 प्रतिशत है. गुजरात की 68.9, उत्तर प्रदेश की 60 तथा तमिलनाडु की 54.8 प्रतिशत है. मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि कोरोना संबंधी पैरामीटर्स में सुधार के बाद कोरोना संक्रमण में म.प्र. भारत में अब 8वें स्थान पर आ गया है.
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि कोरोना संक्रमण की पूरे देश में मध्य प्रदेश में सबसे धीमी गति है. हमारी डबलिंग रेट 34.1 दिन है, जबकि भारत की 18.4 दिन है. गुजरात की 30.2 दिन, राजस्थान की 26.7 दिन, महाराष्ट्र की 21 दिन तथा उत्तर प्रदेश की 18.6 दिन है.
सर्वाधिक संक्रमित शहरों में अब भोपाल नहीं : बैठक में एसीएस हैल्थ सुलेमान ने बताया कि भारत के सर्वाधिक संक्रमित 15 शहरों में प्रदेश का इंदौर शहर सातवें स्थान पर है. इस सूची में पूर्व में राजधानी भोपाल भी शामिल था परंतु अब भोपाल इनमें नहीं है.