मध्य प्रदेश: CM शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार के दिए संकेत, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा-संगठन महामंत्री सुहास भगत से की मुलाकात
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 27, 2020 06:51 PM2020-05-27T18:51:32+5:302020-05-27T18:51:32+5:30
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश भाजपा कार्यालय के पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत से भी मुलाकात की। माना जा रहा है कि उनकी यह मुलाकात मंत्रिमंडल विस्तार के साथ उपचुनावों को लेकर भी थी।
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रिमंडल का विस्तार शीघ्र करने का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि जल्दी ही कैबिनेट का विस्तार होगा। प्रदेश में भाजपा कार्यालय दीनदयाल परिसर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि जल्दी ही कैबिनेट का विस्तार होगा। जब संवाददाताओं ने पूछा कि लाकडाउन-4 समाप्ति के पूर्व विस्तार हो जाएगा, तो उन्होंने सकारात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि उम्मीद से दुनिया कायम है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश भाजपा कार्यालय के पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत से भी मुलाकात की। माना जा रहा है कि उनकी यह मुलाकात मंत्रिमंडल विस्तार के साथ उपचुनावों को लेकर भी थी। इसी दौरान मुख्यमंत्री से कांग्रेस से सबसे पहले इस्तीफा देने वाले पूर्व विधायक हरदीप सिंह डंग भी मिले। वह विस्तार में मंत्री बनने के दावेदार है।
शिवराज सिंह चौहान का ऐलान- राज्य में लौटे मजदूरों को रोजगार देना प्राथमिकता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को प्रवासी श्रमिकों को लेकर कई अहम घोषणाएं की। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लॉकडाउन में राज्य में लौटे श्रमिकों को रोजगार देना मध्य प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा जो प्रदेश के प्रवासी कुशल मजदूरों को कोरोना संकट काल के दौरान रोजगार देने का कार्य योजनाबद्ध तरीके से कर रहा है।
शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश रोजगार सेतू बना कर कुशल प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराएगा। मुख्यमंत्री के अनुसार 'कोरोना संकट के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर मध्यप्रदेश वापस लौटे है। यह सभी श्रमिक हमारे अपने हैं और इन्हें रोजगार देना मध्य प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है।'
27 मई से कौशल के आंकलन का काम
शिवराज ने कहा कि रोजगार सेतु के माध्यम से सभी प्रवासी कुशल श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सेतु के अंतर्गत कुशल मज़दूरों को रोजगार देने के लिए 27 मई से उनके कौशल का आंकलन करने हेतू सूची बनाई जाएगी।
इसके बाद कुशल मजदूरों की कौशल सूची बनने पर उद्यमियों एवं अधोसंरचना कार्य करने वाले ठेकेदारों से रोजगार प्रदान करने के लिए सरकार कार्य करेगी। कारखानों के मालिक और अधोसंरचना विकास करने वाले लोगों और मजदूरों के बीच रोजगार सेतु एक प्लेटफार्म तैयार करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा श्रमिकों और उद्यमियों के बीच मध्य प्रदेश सरकार एक सेतू के रूप में कार्य करेगी, जिससे दोनों को सुविधा प्राप्त हो सके।
शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश शासन ने वापस लौटे मजदूरों के लिए निःशुल्क राशन देने के साथ ही संबल योजना से जोड़ा है। साथ ही 23 लाख से ज्यादा अकुशल श्रमिकों को श्रम सिद्धि योजना के द्वारा मनरेगा अंतर्गत रोजगार दिया गया है।