मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह आज, विधायकों के नाम तय, यहां देखें लिस्ट
By राजेंद्र पाराशर | Published: December 25, 2018 05:18 AM2018-12-25T05:18:45+5:302018-12-25T05:18:45+5:30
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल के गठन में सभी नेताओं, क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को संतुलित करने में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को चार दिन लग गए।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ का मंत्रिमंडल आज (मंगलवार) को राजभवन में शपथ लेगा। उनके मंत्रिमंडल में 20 से 25 विधायकों के शपथ लेने की बात कही जा रही है। विधायकों को मंत्रिपद की शपथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल शपथ दिलाएंगी। इसकी तैयारी राजभवन ने आज पूरी कर ली है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल के गठन में सभी नेताओं, क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को संतुलित करने में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को चार दिन लग गए। आखिरकार लंबी मशक्कत के बाद आज नामों पर सहमति बन गई।
अब मुख्यमंत्री इन नामों को लेकर भोपाल पहुंचेंगे इसके बाद कल मंगलवार को वे अपने नए मंत्रिमंडल का गठन करेंगे। बताया जाता है कि कमलनाथ के इस मंत्रिमंडल में 20 से 25 तक मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। नए मंत्रियों को राजभवन में दोपहर 3 बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शपथ दिलाएंगी। राजभवन ने शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी कर ली है।
उल्लेखनीय है कि कमलनाथ 20 दिसंबर को मंत्रिमंडल गठन के लिए दिल्ली पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा प्रदेश के दिग्गज नेताओं दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी चर्चा की। इन चार दिनों में कमलनाथ चार बार राहुल गांधी और तीन बार ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले हैं। इस दौरान सभी से चर्चा कर राज्य में जातीय, क्षेत्रीय समीकरणों को बैठते हुए मंत्रिमंडल के सदस्यों के नाम तय किए हैं।
पहली बार के विधायक मंत्रिमंडल में नहीं
मंत्रिमंडल गठन में पहली बार के विधायकों को स्थान नहीं मिलेगा। इस बात पर राज्य के सभी नेताओं के साथ राहुल गांधी से चर्चा कर सहमति बना ली गई। मगर यह बताया जा रहा है कि डा। हीरालाल अलावा को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। बताया जाता है कि डा। अलावा ने कांग्रेस से चुनाव लड़ते वक्त सरकार बनने पर मंत्री बनाए जाने की शर्त रखी थी। सूत्रों की माने तो डा। अलावा ने लगातार कांग्रेस के उन नेताओं को शर्त याद दिलाई और अपना वादा पूरा करने को कहा। हालांकि अभी किसी नेता ने इनके नाम की पुष्टि नहीं की है। डा। अलावा भी पहली बार ही विधायक बने हैं। इसके अलावा दो निर्दलीय विधायकों प्रदीप जायसवाल और ठाकुर सुरेन्द्र सिंह शैरा भैया को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
ये बन सकते हैं मंत्री
मंत्रिमंडल में बाला बच्चन, हुकुम सिंह कराड़ा, केके सिंह, डा गोविंदन सिंह, नर्मदा प्रसाद प्रजापति, आरिफ अकील, बिसाहूलाल सिंह, सज्जन वर्मा, लखन घनघोरिया, तरुण भनोत, दीपक सक्सेना, प्रद्मुम्नसिंह तोमर, इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत, डा प्रभुराम चौधरी, तुलसीराम सिलावट, जयवर्धनसिंह, लाखन सिंह यादव। जीतू पटवारी, बृजेंद्र सिंह राठौर, घनश्याम सिंह, हिना कांवरे, प्रियव्रत सिंह व सुरेंद्र सिंह बघेल, उमंग सिंघार, ओमकार सिंह मरकाम, कमलेश्वर पटेल, सचिन यादव, हरदीप सिंह डंग, झूमा सोलंकी, पीसी शर्मा के नामों की चर्चा है।
डा साधौ बन सकती है विस अध्यक्ष
डा। विजय लक्ष्मी साधौ का नाम विधानसभा अध्यक्ष के लिए करीब-करीब तय माना जा रहा है। इस पद के लिए डा। गोविंद सिंह, के।के।सिंह का नाम भी चल रहा था, मगर दोनों ने विधानसभा अध्यक्ष न बनने की बात कही। इसके बाद अब यह माना जा रहा है कि डा। साधौ का नाम पर राहुल गांधी मोहर लगा देंगे। बताया जा रहा है कि डा। साधौ एससी वर्ग से आती है और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के कार्यकाल में वे दो बार मंत्री भी रह चुकी हैं। साथ ही महिला कोटे के तहत उनकी दावेदारी को तय माना जा रहा है।