मध्य प्रदेश उपचुनावः भाजपा ने पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार और पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार को नोटिस दिया, जानिए मामला
By शिवअनुराग पटैरया | Published: November 4, 2020 06:42 PM2020-11-04T18:42:33+5:302020-11-04T18:43:34+5:30
सांची विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी डा. प्रभुराम चौधरी के खिलाफ काम किया. वहीं सुमावली के पूर्व विधायक गजरात सिंह पर सुमावली में भाजपा प्रत्याशी एंदल सिंह कंसाना के खिलाफ काम करने का आरोप है.
भोपालः भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने विधानसभा उपचुनाव के मतदान समाप्त होने के दूसरे दिन पूर्व मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, उनके पुत्र मुदित शेजवार एवं सुमावली के पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार को पार्टी प्रत्याशी के विरुद्ध एवं पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
पार्टी ने नेताओं को जारी किए नोटिस में प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष 7 दिवस के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. गौरतलब है कि गौरीशंकर शेजवार और उनके पुत्र मुदित शेजवार पर आरोप है कि उन्होंने सांची विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी डा. प्रभुराम चौधरी के खिलाफ काम किया. वहीं सुमावली के पूर्व विधायक गजरात सिंह पर सुमावली में भाजपा प्रत्याशी एंदल सिंह कंसाना के खिलाफ काम करने का आरोप है.
अर्णव की गिरफ्तारी प्रेस की आजादी पर हमला : विष्णुदत्त शर्मा
मध्य प्रदेश भारतीय जनताा पार्टी रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्णव गोस्वामी की गिरफ्तारी को प्रेस की आजादी पर हमला बताया है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि में पत्रकार अर्णव गोस्वामी के साथ जिस तरह दुव्यर्वहार किया है, जिस तरह उन्हें और उनके परिवार को प्रताड़ित किया गया है, वह गलत है. महाराष्ट्र सरकार, कांग्रेस पार्टी और महाराष्ट्र पुलिस को अपने इस व्यवहार के लिए देश को जवाब देना होगा.
शर्मा ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार और वहां की पुलिस आतंकियों का तो लाल कालीन बिछाकर स्वागत करती है. उन्हें जेल में सुविधाएं उपलब्ध कराती है. अजमल कसाब जैसे हत्यारे को बिरयानी खिलाती है. लेकिन एक पत्रकार उसके परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करती है, गिरफ्तार करती है.
शर्मा ने कहा कि पत्रकार अर्नब गोस्वामी का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने पालघर मामले को उठाया, अभिनेता सुशांत सिंह की कथित आत्महत्या के मामले को उठाया. शर्मा ने कहा कि सिर्फ इसलिए पुलिस और सरकार एक पत्रकार से आतंकवादियों से भी बुरा व्यवहार करती है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार और पुलिस को यह बताना होगा कि उन्हें प्रेस का गला घोंटने का यह अधिकार किसने दिया?