Madhya pradesh by election 2020: भाजपा के डिजिटल रथों पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, कहा-राज्य में बहन-बेटियां असुरक्षित
By शिवअनुराग पटैरया | Published: October 13, 2020 08:57 PM2020-10-13T20:57:47+5:302020-10-13T20:57:47+5:30
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि इस कोरोना महामारी में जहां हर वर्ग परेशान है, कर्मचारियों को एरियर नहीं मिल रहा है.
भोपालः भाजपा के द्वारा उपचुनाव में प्रचार के लिए डिजिटल रथों को भेजे जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. मध्य प्रदेशकांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि इस कोरोना महामारी में जहां हर वर्ग परेशान है, कर्मचारियों को एरियर नहीं मिल रहा है.
उनका डीए रोक दिया गया है, उन्हें वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिल रहा है, हर वर्ग आंदोलनरत है, गरीबों को राशन नहीं मिल रहा है, प्रदेश में लौटा मजदूर रोजगार को लेकर भटक रहा है, ऐसे संकट काल में भी भाजपा लाखों खर्च कर हाईटेक चुनावी डिजिटल रथ तैयार कर उसे निकाल रही है, बड़ा ही शर्मनाक है.
सलूजा ने बताया कि इस रथ पर नारा लिखा गया है. शिवराज है तो विश्वास है, यह पूरी तरह से गलत है, जबकि होना यह चाहिये कि, शिवराज है तो अविश्वास है. आज के समय में ना प्रदेश की जनता को शिवराज नाम पर विश्वास है, ना खुद भाजपा नेताओं को इसीलिए तो भाजपा की मंत्री इमरती देवी कहती है कि शिवराज मेरे क्षेत्र में झूठे नारियल मत छोड़ना.
सलूजा ने कहा कि इन डिजिटल रथों पर नारे तो यह होना चाहिये कि शिवराज है तो अविश्वास है. शिवराज है तो झूठी घोषणाएं है. शिवराज है तो कलाकारी व झूठ का खेल है. शिवराज है तो झूठे चुनावी नारियल फोड़े जायेंगे. शिवराज है तो किसान परेशान है.शिवराज है तो बहन-बेटियाँ असुरक्षित है.
शिवराज से तो किसानों का कर्ज माफ नहीं होगा. शिवराज है तो प्रदेश में माफिया राज है. शिवराज है तो प्रदेश में मिलावटखोरी है. शिवराज है तो सत्ता व कुर्सी की तड़प है. शिवराज है तो प्रदेश में निवेश नहीं. शिवराज है तो प्रदेश में निवेशको को विश्वास नहीं. शिवराज है तो युवाओं को रोजगार नहीं.
शिवराज है तो प्रदेश में जंगलराज है. शिवराज है तो सौदेबाजी की सरकार है. शिवराज है तो झूठे निवेश के दावे हैं. शिवराज है तो झूठी इन्वेस्टर्स समीट है. शिवराज है तो प्रदेश से उद्योगों का पलायन है. शिवराज है तो भारी भरकम बिजली बिलों की भरमार है. शिवराज है तो प्रदेश में कुपोषण चरम पर है. शिवराज है तो प्रदेश शिशु मृत्यु दर में शीर्ष पर है. शिवराज है तो किसान रोज आत्महत्या कर रहा है.
शिवराज है तो भ्रष्टाचार चरम पर है. शिवराज है तो फजीर्वाड़ा है. शिवराज है तो रोज घोटाले हैं. शिवराज है तो बेरोजगारी चरम पर है. शिवराज है तो गौवंश सड़कों पर है. शिवराज है तो लच्छेदार भाषण है. शिवराज है तो प्रदेश का नागरिक कर्ज़दार है. शिवराज है तो प्रदेश में विज्ञापन की सरकार है.शिवराज है तो हर वर्ग परेशान है. इस तरह के नारे डिजिटल रथों पर लिखे जाने चाहिए क्योंकि शिवराज के प्रति प्रदेश की जनता की यही सोच है.