Madhya pradesh by election 2020: 66.37 फीसदी मतदान, कांग्रेस और भाजपा में मुकाबला, 28 सीट, 355 प्रत्याशी
By शिवअनुराग पटैरया | Published: November 3, 2020 08:22 PM2020-11-03T20:22:24+5:302020-11-03T20:24:08+5:30
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश की सभी 28 सीटों पर मतदान की स्थिति संतोषजनक है. लोगों ने भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में बढ़-चढ़ कर ममतदान किया.
भोपालः मध्य प्रदेश निधानसभा के 28 क्षेत्रों में छुटपुट हिंसा के बीच शाम छह बजे तक 66.37 प्रतिशत वोट पड़े. मतदान का यह प्रतिशत अंतिम आंकड़े आने के बाद थोड़ा और बढ़ेगा. वैसे 2018 के आम चुनाव में राज्य कुल 75.63 प्रतिशत वोट पड़े थे, जो पिछले 2013 के आम चुनाव की तुलना में 3.56 प्रतिशत ज्यादा थे.
इसके कारण राज्य में सत्ता परिवर्तन हो गया था. राज्य की अधिकांश सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. चंबल ग्वालियर की सीटों पर नजर मतदान के दौरान ग्वालियर चंबल के सुमावली विधानसभा क्षेत्र में तीन जगह गोली चली, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. वहीं गोहद विधानसभा क्षेत्र में हिंसा की आशंका को लेकर भाजपा, कांग्रेस और बसपा के प्रत्याशियों को प्रशासन ने मतदान के दौरान नजर बंद कर दिया. उन्हें मतदान के बाद ही छोड़ा गया.
राज्य के 28 विधानसभा क्षेत्रों जौरा, सुमावली, मुंगावली, बदनावर, सुुवासरा, सुरखी, मांधाता, पोहरी, दिमनी, अम्बाह (अ.जा.), गोहद (अ.जा.), ग्वालियर, डबरा (अ.जा.), करैरा (अ.जा.), भांडेर (अ.जा.), बमोरी, अशोक नगर (अ.जा.), अनूपपुर (अ.ज.जा.), सांची, आगर (अ.जा.), हाटपिपल्या, नेपानगर (अ.ज.जा.), सांवेर (अ.जा.), ग्वालियर पूर्व, मेहगांव, बड़ा मलहरा, ब्यावरा और मुरैना. के लिए सुबह 7 बजे प्रारंभ हुआ. सुबह मतदान की गति धीमी रही. शाम छह बजे तक मध्य प्रदेश सभी 28 विधानसभा क्षेत्रों में 66.37 फीसदी मतदान हो चुका था.
मतदान के दौरान ग्वालियर चंबल क्षेत्र के सुमावली विधानसभा क्षेत्र में तीन स्थानों पर गोली चली, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. घायल व्यक्ति को उपचार के लिए ग्वालियर भेजा गया है. गोली चलने के बाद पुलिस प्रशासन ने सख्ती प्रारंभ कर दी. वहीं ग्वालियर चंबल क्षेत्र के मेहगांव में कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे के बडे़ भाई योगेश कटारे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
इसको लेकर हेमंत कटारे ने आरोप लगाया कि पुलिस कांग्रेस प्रत्याशी के परिवार के और कार्यकर्तायों को परेशान कर रही है. कांग्रेस ने एक वीडियो जारी कर कहा कि मेहगांव में भाजपा प्रत्याशी और राज्य मंत्री ओ पी एस भदोरिया, हिंसा के आरोप में पुलिस के द्बारा पकडे़ गए भाजपा कार्यकर्ताओं को छुड़वा रहे हैं.
गोहद विधानसभा क्षेत्र में हिंसा की आशंका को लेकर प्रशासन ने भाजपा प्रत्याशी, रणवीर सिंह जाटव, कांग्रेस प्रत्याशी मेवाराम जाटव और बसपा प्रत्याशी जसवंत पटवारी को, मतदान के दौरान नजरबंद कर दिया. तीनों प्रत्याशियों को मतदान समाप्ति के बाद ही छोड़ा गया. गौरतलब है कि 28 क्षेत्रों के लिए हो रहे इस उपचुनाव में 355 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनमें 12 मंत्री भी हैं. उपचुनाव वाले अधिकांश क्षेत्रों में भाजपा और कांग्रेस के कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है, लेकिन चंबल और ग्वालियर संभाग की कुछ सीटों पर बसपा ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
लगभग 35 दिन तक चले चुनाव अभियान के दौरान भाजपा और कांगे्रस ने जमीनी मुद्दों के स्थान पर आरोपों-प्रत्यारोपों को तरजीह दी. आइटम से लेकर रावण, कंसमामा चुन्नू-मुन्नू हमारे यहां आते तो लाश जाती कमरनाथ जैसे शब्दों के इर्द गिर्द चली गई थी. वहीं कमलनाथ इन उपचुनावों के जरिए अपनी सरकार वापस पाना चाहते हैं.
शिवराज ने जताया भरोसा: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश की सभी 28 सीटों पर मतदान की स्थिति संतोषजनक है. लोगों ने भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में बढ़-चढ़ कर ममतदान किया. जनता ने मतदान के जरिए कांग्रेस और कमलनाथ को जवाब दे दिया हैं. कमलनाथ ने अपने शासन काल में मध्यप्रदेश को दलालों की मंडी बना दिया था.
बिकाऊ लोगों की सरकार विदा होगी: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि मतदाता मतदान के प्रति दिलचस्पी दिखा रहे हैं. यह अच्छा संकेत है. 10 तारीख को मतगणना के साथ ही बिकाऊ लोगों की सरकार विदा हो जाएगी.
सिंधिया ने वोट डाला: राज्यसभा सदस्य और इस उपचुनाव के मुख्य किरदार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर पूर्व में मतदान किया. इसके बाद उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए भाजपा प्रत्याशियों की भारी जीत का भरोसा जताया.
दिग्विजय ने उठाए सवाल: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज ईवीएम पर सवाल उठाए उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ईवीएम को हैंक किया जा सकता है. दिग्विजय ने ट्वीट करते हुए कहा है कि भारत और कुछ अन्य छोटे देश ही ईवीएम मशीन का उपयोग करते हैं जबकि विकसित देशों में इसका इस्तेमाल नहीं होता. दिग्विजय ने ट्वीट करते हुए कहा कि तकनीकी युग में विकसित देश ईवीएम पर भरोसा नहीं करते पर भारत व कुछ छोटे देशों में ईवीएम से चुनाव होते हैं. विकसित देश क्यों नहीं कराते? क्योंकि उन्हें ईवीएम पर भरोसा नहीं है क्यों? क्योकि जिसमें चिप है वह हैक हो सकती है.
जिन विधानसभा क्षेत्रों में ज्यादा हुआ मतदान :
आगर 80.54 प्रतिशत
हाटपिपलया 80.84 प्रतिशत
बदनावर 81.26 प्रतिशत
ब्यावरा 80.01 प्रतिशत
सुवासरा 79.97 प्रतिशत
जिन विधानसभा क्षेत्रों में कम हुआ मतदान :
ग्वालियर पूर्व 42.99 प्रतिशत
ग्वालियर 49.77 प्रतिशत
सुमावली 53.36 प्रतिशत
मुरैना 57.80 प्रतिशत
एक नजर :
कुल मतदाता 63.67लाख
पुरुष मतदाता 33.72लाख
महिला मतदता 29.77लाख
सर्विस वोटर 18.737
थर्ड जेंडर 198
दिव्यांग 55,329
कुल मतदान केंद्र 9,361
संवेदनशील केंद्र 3,038