मध्य प्रदेश चुनाव परिणाम 2018: जानिए- कांग्रेस जीती तो कौन बनेगा मुख्यमंत्री, बीजेपी में कौन है छुपा-रुस्तम सीएम कैंडिडेट
By शिवअनुराग पटैरया | Published: December 10, 2018 11:45 AM2018-12-10T11:45:48+5:302018-12-10T11:45:48+5:30
Madhya Pradesh Vidhan Sabha Chunav results: जब कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की एक बैठक बुलाई थी तो उनके समर्थक विधायकों ने खुलकर कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत की थीं। उनके समर्थन में कांग्रेस विधायक निशंक जैन, तरूण भानोद, रजनीश जैन, आर.के.दोगने खुलकर मीडिया के समाने आए थे। पढ़िए, पूरी रिपोर्ट-
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर की शाम तक समाने आएंगे, लेकिन एग्जिट पोल के नतीजों से उत्साहित कांग्रेस के भीतर मुख्यमंत्री की कुर्सी दौड़ शुरू हो गई है।
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए किसी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया था। इसके बावजूद भी कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपना पोस्टर ब्याय बनाया था।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने कुछ समय पहले कहा भी था कि कांग्रेस को बहुमत मिलने पर इन दोनों के बीच से ही कोई मुख्यमंत्री होगा।
बीजेपी में सीएम चेहरे पर नहीं है कोई संकट
कांग्रेस की तुलना में भारतीय जनता पार्टी के भीतर फिलहाल मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कोई संकट नही हैं। भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आगे कर के ही चुनाव लड़ा है।
भारतीय जनता पार्टी के विज्ञापनों में भी कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा गया था कि, ''माफ करो महाराज हमारा नेता शिवराज'। भाजपा के चुनाव अभियान की इस पंच लाइन ने साफ कर दया था कि भाजपा नेतृत्व चुनाव लड़ रहा है और उसने इस पंच लाइन में ज्यातिरादित्य सिंधिया को अपनी तरफ से कांग्रेस का मुख्यमंत्री का चेहरा बता दिया था।
बीजेपी ज्योतिरादित्य सिंधिया को मान रही है कांग्रेस का मुखिया
भाजपा ने भले ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस का मुख्यमंत्री का चेहरा बताया हो लेकिन कांग्रेस के भीतर कमलनाथ को मुख्यमंत्री की कुर्सी की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है।
कमलनाथ के पक्ष में कई कांग्रेस प्रत्याशी
पिछले दिनों भोपाल में जब कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की एक बैठक बुलाई थी तो उनके समर्थक विधायकों ने खुलकर कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत की थीं। उनके समर्थन में कांग्रेस विधायक निशंक जैन, तरूण भानोद, रजनीश जैन, आर.के.दोगने खुलकर मीडिया के समाने आए थे।
वैसे सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उनके समर्थक भी विभिन्न मौको पर सर्वाजनिक तौर पर करते रहे हैं। इनमें विधायक महेन्द्र यादव और हेमंत कटारे जैसे कुछ नाम प्रमुख हैं।
ये हैं एमपी के छुपे-रूस्तम सीएम कैंडिडेट
यहीं नहीं कुछ प्रत्याशियों ने तो जीत आने के बाद भी अपनी सीट खाली तक करने के बात कही हुई हैं। वैसे कांग्रेस में इन दोनों के अलावा नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव को भी मुख्यमंत्री की दौड़ में छुपे-रूस्तम के तौर पर देखा जा रहा है।