मध्य प्रदेशः दिग्विजय, सिंधिया और शिवराज को आवंटित हुए सरकारी बंगले, पूर्व मंत्रियों से जल्दी खाली करने की अपील
By राजेंद्र पाराशर | Published: December 21, 2018 04:37 AM2018-12-21T04:37:50+5:302018-12-21T04:37:50+5:30
कमलनाथ ने सीएम पद की बागडोर संभालते ही ताबड़तोड़ फैसले लिए हैं। निगम, मंडल अध्यक्षों, उपाध्यक्षों से वापस मांगी सुविधाएं।
भोपाल, 20 दिसंबरः मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के बाद कमलनाथ ने किसानों और पुलिस कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने का काम किया तो वे अपने साथियों को बंगला देना भी नहीं भूले. कमलनाथ ने लंबे समय से बंगले का इंतजार कर रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह को बंगला आवंटित कर दिया, तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का बंगला आवंटित किया गया है. वहीं राज्य के निगम-मंडल के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के मनोनयन को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है. इसके साथ ही महाविद्यालयों की जनभागीदारी समिति के मनोनायों को भी त्वरित प्रभाव से रद्द कर दिया है.
मध्यप्रदेश में सरकार बदलते ही बंगलों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्मा उठा है. दिग्विजय सिंंह द्वारा शिवराज के मुख्यमंत्रितत्वकाल में खाली किए गए बंगले को कमलनाथ ने प्रदेश की कमान संभालते ही उन्हें लौटा दिया. इसके आदेश जारी हो गए हैं. सिंह ने अदालत के आदेश के चलते यह बंगला खाली किया था. उस वक्त शिवराज ने पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती, बाबूलाल गौर और कैलाश जोशी को तो बंगला आवंटित कर दिया था, मगर दिग्विजयसिंह को बंगला नहीं दिया था. मगर कमलनाथ ने सत्ता में आते ही दिग्विजय सिंह की पसंद को ध्यान में रखा और उनका पसंदीदा बंगला वापस लौटा दिया.
इसके अलावा सांसद होने के चलते चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष बनाए जाने पर ज्योतिरादित्य सिंंधिया ने सरकार को बंगला आवंटन के लिए आवेदन दिया था, मगर उन्हें भी शिवराज सरकार ने बंगला नहीं दिया था. अब सिंधिया को भी कमलनाथ ने बंगला आवंटित कर दिया है. सिंधिया को चार इमली स्थित पूर्व गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह का बंगला आवंटित किया गया है. अब तक सिंधिया जब भी भोपाल आते थे तब वे सर्किट हाउस या फिर होटल में रुकते थे. सिंधिया की इस समस्या को भी कमलनाथ ने अब दूर कर दिया है.
दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री के नाते शिवराज सिंह चौहान को भी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का बंगला आवंटित किया है. वैसे शिवराज सिंह के पास पूर्व में 74 बंगले स्थित बी-8 बंगला था, जिसमें वे मुख्यमंत्री निवास छोड़कर वापस जाने वाले थे, मगर कमलनाथ ने उन्हें श्यामला हिल्स के निकट ही बंगला दिया है.
पूर्व मंत्रियों से कहा जल्द खाली करो बंगले
राजधानी में बंगले के चाहत रखने वालों की संख्या को देख अब राज्य सरकार ने पूर्व मंत्रियों को मौखिक रुप से आदेश देकर बंगले खाली करने को कहा है. गृह विभाग द्वारा इनसे बंगले खाली करने के लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है.सूत्रों के अनुसार सभी 32 पूर्व मंत्रियों से गृह विभाग के अधिकारी लगातार संपर्क कर बंगले खाली करने को कह रहे हैं. बताया जाता है कि पूर्व मंत्रियों के स्टाप को भी अधिकारियों ने चर्चा कर साफ कहा है कि अगर एक सप्ताह के अंदर बंगला खाली नही किया गया तो नोटिस दिया जाएगा. वैसे अधिकांश पूर्व मंत्रियों की ओर से बंगले खाली करने का आश्वासन अधिकारियों को दिया गया है.
निगम-मंडल अध्यक्ष, उपाध्यक्ष से कहा लौटाएं सुविधाएं
मुख्यमंत्री द्वारा बुधवार को निगम-मंडल के अध्यक्षों को हटाए जाने के दिए निर्देश के बाद अब अध्यक्षों, उपाध्यक्षों, संचालक मंडल के सदस्यों से सुविधाएं वापस लौटाने का निवेदन भी मौखिक रुप से किया गया है. वैसे कुछ अध्यक्षों ने आज वाहन लौटा भी दिए हैं. जिन लोगों को बंगले दिए गए थे, उन्होंने जल्द ही बंगले खाली करने को भी कहा है. अधिकारियों ने इनसे भी दूरभाष पर संपर्क कर यह प्रयास किया कि वे जल्द ही सुविधाएं लौटा दें. नहीं तो इन्हें भी नोटिस दिया जाएगा. बताया जाता है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह किया गया है. मुख्यमंत्री नहीं चाहते कि किसी तरह का राजनीतिक विवाद हो. यही वजह है कि अधिकारियों को उन्होंने सुविधाएं लौटाने का निवेदन करने को कहा है.