मध्य प्रदेशः ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने पहुंचे कार्यकर्ता हुए बेकाबू, तोड़ा दरवाजा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 18, 2020 12:39 AM2020-01-18T00:39:19+5:302020-01-18T00:39:19+5:30
बड़ी संख्या में प्रदेश कार्यालय पहुंचे कार्यकर्ता, जमकर किया हंगामा
मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आज फिर कार्यकर्ताओं का हंगामा देखने को मिला. कार्यकर्ताओं को जब वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने नहीं दिया गया, तो वे बेकाबू हो गए और हंगामा करने लगे. हंगामा इतना बड़ा कि बेकाबू कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के मीटिंग हाल का दरवाजा ही तोड़ दिया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों मध्यप्रदेश दौरे के दौरान राजधानी पहुंचे हैं. वे बीती रात को राजधानी पहुंचे और अपने समर्थक मंत्री गोविंद राजपूत के यहां डिनर किया. इसके बाद आज वे जब लंबे समय के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय कार्यकर्ताओं से रुबरु होने के लिए पहुंचे तो प्रदेश भर से आए कार्यकर्ताओं को सिंधिया से मिलने के लिए रोक दिया गया. इस पर कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिखाई दी.
नाराज कार्यकर्ता सिंधिया से मिलने इतने बेकाबू हुए कि उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने हंगामा शुरु कर दिया. हंगामा इतना बढ़ा कि नाराज कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के मीटिंग हाल का दरवाजा ही तोड़ दिया. गहमागहमी के बीच कुछ कार्यकर्ताओं ने सिंधिया का फूल मालाओं से स्वागत किया और कुछ ने तो उन पर फूलों की बरसात कर डाली.
कमलनाथ समर्थक मंत्री के यहां पहुंचे सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल दौरे के दौरान सियासत का अलग रंग भी देखने को मिल रहा है. गुरुवार रात सिंधिया जहां मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के यहां डिनर में शामिल हुए तो आज शुक्रवार को वे मुख्यमंत्री कमलनाथ के समर्थक मंत्री सुखदेव पांसे के बंगले पर पहुंचे और ब्रेकफास्ट किया. मंत्री सुखदेव पांसे ने सिंधिया का गर्मजोशी से स्वागत किया और काफी देर तक मेल मुलाकात का दौर चला. इस दौरान छिंदवाड़ा और बैतूल से आए कई नेता भी मौजूद रहे. सिंधिया ने मंत्री पांसे के यहां पहुंचकर यह संदेश देने की कोशिश की कि हम सब साथ हैं. उन्होंने यहां मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मंत्री पांसे से उनके पुराने संबंध हैं. खुशी है कि वो (पांसे) आज मंत्री हैं. पांसे के यहां सिंधिया के पहुंचने को लेकर माना जा रहा है कि सियासी गलियारों में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की जा रही है.
डिनर में नहीं पहुंचे मुख्यमंत्री कमलनाथ
ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत में उनके समर्थक मंत्री गोविंद राजपूत के यहां डिनर रखा था. इसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी आमंत्रित किया गया था. साथ ही कांग्रेस विधायकों के अलावा निर्दलीय और सपा, बसपा विधायकों को भी बुलाया गया था. डिनर में मुख्यमंत्री कमलनाथ नहीं पहुंचे. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी डिनर से नदारत रहे. मुख्यमंत्री के अलावा तरुण भनोत, आरिफ अकील, सज्जन वर्मा और जीतू पटवारी भी इस डिनर में शामिल नहीं हुए थे. हालांकि बाद में आज विधानसभा में यह मामला चर्चा में रहा तो मुख्यमंत्री ने डिनर में न पहुंचने को लेकर कहा कि सिंधिया की डिनर पार्टी में वे नहीं पहुंचे, क्योंकि कल मैंने आईएएस का डिनर होस्ट किया था.
अध्यक्ष भी बनाया जाए और राज्यसभा भी भेजें
सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद राजपूत ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष भी बनाया जाना चाहिए और राज्यसभा भी भेजा जाना चाहिए, क्योंकि विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में दो चेहरों को ही आगे किया था, जिनमें सिंधिया और कमलनाथ शामिल थे. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में सिंधिया का महत्वपूर्ण योगदान है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता है. राजपूत ने कहा कि हालांकि यह सभी निर्णय हाईकमान को लेना है, लेकिन आज हम सब जिस हैसियत में है, उसे भुलाया नहीं जा सकता.