मध्यप्रदेश: बीजेपी विधायक का कोरोना टेस्ट आया पॉजिटिव, भोपाल में विधानसभा पहुंचकर राज्यसभा चुनाव के लिए डाला था वोट
By सुमित राय | Published: June 20, 2020 11:55 AM2020-06-20T11:55:20+5:302020-06-20T11:56:40+5:30
राज्यसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को वोट देने वाले मध्यप्रदेश के बीजेपी विधायक का कोरोना वायरस का टेस्ट पॉजिटिव आया है।
कोरोना वायरस का संक्रमण देशभर में लगातार बढ़ता जा रहा है और शनिवार को मध्यप्रदेश के बीजेपी विधायक इस महामारी से पॉजिटिव पाए गए, जिन्होंने शुक्रवार को भोपाल में विधानसभा पहुंचकर राज्यसभा चुनाव के लिए वोट डाला था।
बता दें कि मध्यप्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान किया गया, जिसमें से दो सीटें बीजेपी और एक सीट कांग्रेस के खाते में गई। बीजेपी की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी भाजपा के टिकट पर चुने गए थे, जबकि कांग्रेस से दिग्विजय सिंह ने जीत दर्ज की।
Madhya Pradesh: A BJP MLA who had participated in voting for Rajya Sabha elections yesterday has tested positive for #COVID19.
— ANI (@ANI) June 20, 2020
कोरोना पॉजिटिव विधायक ने भी डाला था वोट
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस से पॉजिटिव कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने पीपीई किट पहनकर वोट डाला था। मतदान के लिए अन्य विधायक भी कोरोना महामारी से सावधानी के चलते मास्क पहने हुए थे और शारीरिक दूरी बनाकर कतार में खड़े दिखाई दिए।
अधिकारी ने बताया कि कोरोना बीमारी से संक्रमित कांग्रेस विधायक ने सबसे अंत में मतदान किया। सावधानी के तौर पर वह पीपीई कीट पहनकर मतदान के लिए पहुंचे थे। उनके मतदान करने के बाद पूरे परिसर को सेनिटाइज किया गया।
कांग्रेस विधायक ने कहा थोड़े डरे लग रहे थे अधिकारी
वोट देने के बाद कांग्रेस विधायक ने कहा कि मैं पूरी सावधानी के साथ पीपीई किट पहने हुए एम्बुलेंस से लगभग 12.45 बजे विधानसभा पहुंचा। अधिकारियों ने भी पीपीई किट पहना था, लेकिन मुझे लगा कि वे थोड़ा डरे हुए हैं, जो स्वाभाविक है।
बीजेपी नेता ने बताया महामारी नियंत्रण नियमों का उल्लंघन
कांग्रेस विधायक के इस तरह वोट देने पर बीजेपी नेता हितेश बाजपेयी ने इस पर सवाल उठाया और कहा कि चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति को बाहर आने और वोट देने की अनुमति कैसे दी। बाजपेयी ने ट्वीट किया, "चुनाव आयोग द्वारा कोरोना सकारात्मक विधायक को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति महामारी नियंत्रण नियमों का उल्लंघन है।"