बिहार में चौपट शिक्षा व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं जिम्मेदार, भाजपा के सर्वे में 61 फीसदी लोगों ने सीएम के खिलाफ वोट दिया
By एस पी सिन्हा | Published: May 26, 2023 04:38 PM2023-05-26T16:38:54+5:302023-05-26T16:40:08+5:30
बिहार भाजपा के प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने ट्विटर पर पोल कराया। 24 घंटे के पोल में शिक्षा की बर्बादी के लिए जिम्मेदार चार ऑप्शन दिए गए थे। पहला था, बिहार के शिक्षक व छात्र। दूसरा- नीतीश कुमार, तीसरा- लालू प्रसाद-राबड़ी देवी और चौथा- तेजस्वी यादव। इनमें सबसे ज्य़ादा 61 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार को शिक्षा की बदहाल व्यवस्था के लिए जिम्मेदार ठहराया है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
पटना: बिहार भाजपा ने प्रदेश में शिक्षा की चौपट व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया पर सर्वे कराया है। सर्वे में शिक्षा के बेपटरी होने के लिए वर्तमान के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया गया है। बीजेपी के इस सर्वे में जितने लोगों ने वोट दिया उसमें 61 फीसदी लोगों ने मुख्यमंत्री को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
दरअसल, बिहार भाजपा के प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने ट्विटर पर पोल कराया। 24 घंटे के पोल में शिक्षा की बर्बादी के लिए जिम्मेदार चार ऑप्शन दिए गए थे। पहला था, बिहार के शिक्षक व छात्र। दूसरा- नीतीश कुमार, तीसरा- लालू प्रसाद-राबड़ी देवी और चौथा- तेजस्वी यादव। इनमें सबसे ज्य़ादा 61 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार को शिक्षा की बदहाल व्यवस्था के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
सर्वे में दूसरे नंबर पर लालू-राबड़ी रहे। हें 25 फीसदी लोगों ने प्रदेश में शिक्षा की चौपट व्यवस्था के लिए लालू-राबड़ी को जिम्मेदार ठहराया। तीसरे नंबर पर बिहार के शिक्षक व छात्रों को जिम्मेदजार ठहराया। सबसे नीचे यानि महज 6 फीसदी लोगों ने ही तेजस्वी यादव को चौपट शिक्षा के लिए उत्तरदायी ठहराया।
भाजपा के प्रवक्ता ने लिखा है, "1990 से लेकर 2005 तक लालूजी- राबड़ीजी और 2005 से नीतीशजी का शासन है। इनलोगों ने अपने चहेते लोगों को शिक्षामंत्री बनाकर रखा। अब अगस्त, 2022 से शिक्षामंत्री का पद राजद कोटे में है। बिहार की चौपट शिक्षा नीति और बर्बाद शिक्षा व्यवस्था के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार कौन है? इसतरह से यह बात सामने आई है कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो गई है। 1990 से लेकर 2023 तक इन 33 सालों में बिहार का शिक्षा व्यवस्था आगे बढ़ने की बजाय लगातार पीछे जा रहा।"
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों 2024 में होने लोकसभा के लिए विपक्ष को भाजपा के खिलाफ एकजुट करने की कोशिशों में जुटे हैं। नीतीश कुमार लगातार विपक्ष के नेताओं से मिल रहे हैं। वहीं भाजपा नीतीश को प्रदेश में ही घेरने की कोशिशों में जुटी है।