लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू होंगे देश के अगले उप सेना प्रमुख
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 29, 2022 10:37 PM2022-04-29T22:37:50+5:302022-04-29T22:46:51+5:30
लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू वर्तमान उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे की जगह लेंगे, जो मौजूदा थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के रिटायर होने के बाद आगामी शनिवार से भारतीय सेना की कमान संभाल लेंगे।
दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि आगामी 1 मई से लेफ्टिनेंट जनरल बग्गावल्ली सोमशेखर राजू बतौर उप सेना प्रमुख के रूप में नया पदभार ग्रहण करेंगे।
इस आशय की जानकारी शुक्रवार को जारी करते हुए रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू वर्तमान उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे की जगह लेंगे, जो मौजूदा थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के रिटायर होने के बाद आगामी शनिवार से भारतीय सेना की कमान संभाल लेंगे।
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से पास होने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू को 15 दिसंबर 1984 को बतौर सेकेंड लेफ्टिनेंट जाट रेजिमेंट में तैनाती मिली थी।
38 साल के सेवाकाल में अदम्य शौर्य का परिचय देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने अपने शानदार करियर में जम्मू-कश्मीर में 'ऑपरेशन पराक्रम' के दौरान बटालियन की कमान संभाल चुके हैं।
इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल राजू मौजूदा समय में मिलिट्री ऑपरेशन के डायरेक्टर जनरल के पद पर तैनात हैं। इससे पहले उन्होंने पूर्वी लद्दाख में चीन के खिलाफ इंडियन मिलिट्री का नेतृत्व किया था।
लेफ्टिनेंट जनरल राजू को भारत-पाक सीमा स्थित नियंत्रण रेखा पर उरी सेक्टर में और श्रीनगर स्थित चिनार कोर में भी सेना की कमानसंभाल चुके हैं। बीएस राजू ने भूटान में इंडियन मिलिट्री ट्रेनिंग टीम को भी कमांड कर चुके हैं।
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि लेफ्टिनेंट जनरल एक उम्दा हेलीकॉप्टर पायलट हैं, जो सोमालिया में यूएन पीसकीपिंग मिशनमें ऑपरेशन में सफलतापूर्वक उड़ान भर चुके हैं।"
इसने साथ ही मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया है कि लेफ्टिनेंट जनरल राजू यूनाइटेड किंगडम के रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज में भी अध्ययन कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने अमेरिका स्थित मॉन्टेरी के नेवल पीजी स्कूल में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक विशिष्ट मास्टर प्रोग्राम की डिग्री भी ली है।
लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू को सेना में उत्कृष्ठ सेवा देने के लिए उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक और युद्ध सेवा पदक से भी सम्मानित किया गया है। (समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)