कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी को ग्वालियर से दे सकती है टिकट, BJP सिंधिया की बुआ या मामी पर लगाएगी दाव
By राजेंद्र पाराशर | Published: March 25, 2019 08:58 PM2019-03-25T20:58:38+5:302019-03-25T20:58:38+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: भाजपा भी ग्वालियर संसदीय सीट को लेकर गंभीर है. भाजपा यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया या फिर उनकी मामी पूर्व मंत्री मायासिंह को मैदान में उतारना चाह रही है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने कठिन सीटों पर दिग्गजों को लड़ाने की रणनीति के तहत अब ग्वालियर सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे का मैदान में उतारने की रणनीति बनाई है. इसके लिए ग्वालियर जिले की ग्रामीण और शहर दोनों इकाईयों ने संयुक्त रुप से एकमत होकर एक प्रस्ताव भी पारित किया है और इसे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा गया है.
ग्वालियर लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को टिकट देने का प्रस्ताव पास किया है. ग्रामीण और शहर कांग्रेस की हुई संयुक्त बैठक में सभी ने एकमत से प्रस्ताव पास किया. इसे अब राहुल गांधी को भेजा गया है, ज्योतिरादित्य सिंधिया को उत्तरप्रदेश का प्रभार मिलने के बाद प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को गुना से मैदान में उतारने के कयास लगाए जा रहे थे. प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने गुना का दौरा भी किया था, लेकिन फिर सियासी समीकरण बदले और गुना से ज्योतिरादित्य को ही पार्टी ने टिकट देने का फैसला किया है और अब ग्वालियर से प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को टिकट देने की मांग के प्रस्ताव का पूरी पार्टी ने समर्थन किया है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रियदर्शनी राजे ही ग्वालियर से दमदार प्रत्याशी है.
कमलनाथ ने भी किया आग्रह
दिग्विजय सिंह को भोपाल से चुनाव मैदान में उतारने के बाद अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सिंधिया से आग्रह किया है कि वे प्रियदर्शनी को ग्वालियर से चुनाव मैदान में उतारें और खुद ग्वालियर सीट से चुनाव लड़ें. इसके बाद सिंधिया के कहने पर ही ग्वालियर शहर और ग्रामीण इकाई ने प्रियदर्शनी के ग्वालियर से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव बनाया और राहुल गांधी को भेजा है.
भाजपा उतारना चाहती है बुआ या फिर मामी को
भाजपा भी ग्वालियर संसदीय सीट को लेकर गंभीर है. भाजपा यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया या फिर उनकी मामी पूर्व मंत्री मायासिंह को मैदान में उतारना चाह रही है. भाजपा द्वारा सीधे तौर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इसके लिए कवायद कर रहे हैं. हालांकि अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिली है. प्रदेश पदाधिकारियों को मानना है कि दोनों में से किसी एक को मैदान में उतारकर यहां पर चुनाव को और भी कठिन बनाने का प्रयास किया जाएगा.