बिहार: मालकिन की मौत के 4 दिनों तक श्मशान घाट पर भूखा-प्यासा बैठा रहा वफादार कुत्ता, स्वामिभक्ति देख लोग भी हैरान
By एस पी सिन्हा | Published: May 8, 2021 08:12 PM2021-05-08T20:12:57+5:302021-05-08T20:12:57+5:30
बिहार के गया जिले में कुत्ते का प्रेम सामने आया है। मालकिन की मौत के बाद चार दिनों तक श्मसान घाट पर भूखा-प्यासा बैठ कर करता रहा मालकिन के आने का इंतजार।
बिहार के गया जिले के शेरघाटी अनुमंडल के सत्संग नगर में एक कुत्ते की मालकिन के प्रति स्वामिभक्ति को देखकर लोग दंग हैं। शेरघाटी के राम मंदिर मुक्तिधाम में एक मामला सामने आया है। जहां एक कुत्ता पिछले चार दिनों से भूखा-प्यासा अपनी मालकिन की अंत्येष्ठि वाली जगह पर बैठा रहा। यह वफादार कुत्ता अपनी मालकिन की मौत से इतना दुखी था कि अंत्येष्टि वाली जगह से हटना ही नहीं चाह रहा था।
यहां मालकिन के निधन के बाद, जिस जगह पर उनका अंतिम संस्कार किया गया वहां पर बैठकर कुत्ते ने लगभग चार दिनों तक भूखे रहकर इंतजार किया। इस दौरान कई लोगों ने उसे हटाना चाहा लेकिन कुत्ते ने सभी को भौंकते हुए भगा दिया। यहां तक कि कुछ लोग उसे हटाने गए तो उन पर गुस्से में भौंकने लगा। शायद उसे यह लग रहा हो कि उनकी मालकिन लौट कर आएंगी।
बताया जाता है कि एक मई को शहर के सत्संग नगर के भगवान ठठेरा की पत्नी की मौत हो गई थी। इसके बाद मृतका का राममंदिर घाट पर मोरहर नदी में अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में परिजनों के साथ उनका कुत्ता भी आया था। अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के समाप्त होने के बाद सब लोग वापस लौट गए। लेकिन उनका कुत्ता वहीं बैठ गया, जो पिछले चार दिनों तक भूखा प्यासा बैठा रहा। शुरू में लोगों को कुछ समझ में नहीं आया, लेकिन जब एक कुत्ता को लगातार अंत्येष्टि वाली जगह पर बैठा रहा वह लौट कर नहीं आया तब लोगों ने उसकी खोज खबर ली। तब सभी को कुत्ता की कहानी समझ में आई। यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
बताया जाता है कि मृतका काफी दिनों से इस कुत्ते को अपने घर में रखी हुई थी। जिसका वह काफी ख्याल रखती थी। उसे खाना खिलाने के बाद ही वह खुद खाना खाती थी। जब कभी उनका डॉगी कही चला जाता था और घर लौटने में देरी करता था वो काफी चिंतिंत हो जाती थी। उसे ढूंढने के लिए वह कई इलाकों में निकल पडती थी। अपने बेटे की तरह वह उसे प्यार देते थी।
यही कारण है कि अपनी मालकिन के प्रति वह भी काफी वफादार था। वह हमेशा उनके आस-पास ही रहता था। लेकिन जब उनकी मौत हो गई तब वह अपनी मालकिन को खोजने लगा। यही कारण है कि वह कई दिनों तक श्मशान घाट पर अपनी मालिकन के लौटने का इंतजार करता रहा। स्थानीय लोगों के अनुसार बेजुबान जानवर अपनी मालकिन की मौत से इतना दु:खी था कि अंतिम संस्कार वाले स्थान से हटना ही नहीं चाह रहा था। कुछ लोगों ने जब उसे वहां से हटाना चाहा तो उसने उनपर भौंकना शुरू कर दिया। इसके बाद कुछ लोगों ने उसके लिए खाना रखा, लेकिन उसने कुछ नहीं खाया।